- सुरक्षित जीवन के लिए कोविड टीकाकरण करवाना है जरूरी ।
कोरोना के पहले लहर से भी ज्यादा खतरनाक है दूसरा लहर । इसमें सावधानी व टीकाकरण के द्वारा ही सुरक्षित रहा जा सकता है। आचार्य सुमन पाण्डे ने कहा कि - भारत वर्ष ऋषियों मुनियों का देश है। शुरू से ही भारत चिकित्सा के क्षेत्र में विश्व का मार्गदर्शन करता रहा है । पुनः कोरोना महामारी के इलाज में जो वैक्सीन की खोज हुई है वह पूर्णतः सुरक्षित है । पूर्वी चम्पारण में 45 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति को टीका दी जा रही है। अतः मैंने भी मोतिहारी के सदर अस्पताल में आधार कार्ड से रजिस्ट्रेशन करके पहला टीकाकरण करवाया है । 47 वर्षीय आचार्य ने कहा कि मुझे महसूस ही नही हुआ कि कब टीका लगा । टीका के कुछ घण्टों के बाद थोडी कमजोरी महसूस हुई हैं । हल्का बुखार महसूस हुआ पर अब सबकुछ सामान्य महसूस हो रहा है । जब तक दूसरा डोज नही मिल जाता तबतक ज्यादा सावधानी बरतनी होगी । दूसरा टीका पड़ने के कुछ ही दिनों में मेरे शरीर में एंटीबॉडी बन जाएगा। उसके बाद मुझे कोरोना का भय नहीं रहेगा। हालांकि फिर भी मैं मास्क का लगातार प्रयोग करता हूं और सोशल डिस्टेंस का ख्याल रखता हूं। क्योंकि कोरोना से बचना है तो मास्क जरूर लगाना है। कुछ दिन पूर्व तक पूर्वी चम्पारण जिले में कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आ रहा था। परंतु अब कोरोना के मामले देखने को मिल रहे हैं । क्योंकि बाहरी व्यक्तियों या फिर लोगों के कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने के कारण अब जिले में मामले सामने आ रहे हैं। इनसे बचने के लिए मैं लोगों से अपील करना चाहता हूं कि अधिक से अधिक संख्या में लोग कोरोना का टीका लें और सुरक्षित रहें । साथ ही साथ अपने परिवार एवं मित्रों को यह संदेश दे जागरूक करें कि लोग मास्क पहनकर ही घर से बाहर जाएं और सोशल डिस्टेंस का पालन करें। बिना काम के बाहर न जाए ।
कोरोना की जांच का दायरा बढ़ाने का निर्देश
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना जांच अधिक से अधिक करने के निर्देश दिए हैं। खासकर कोरोना प्रभावित बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की जांच हो इसके लिए विशेष टीम का गठन करने का निर्देश दिया गया है।
पुर्वी चम्पारण के सिविल सर्जन डॉ अखिलेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कोरोना जांच सेंटर पर अधिक से अधिक जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावे रेंडम जांच भी करने के निर्देश दिए गए हैं। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन सहित सब्जी बाजार में भी लोगों की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। शहर में कोरोना मोबाइल वैन से भी कोरोना जांच होगी।
डिटीएल केयर अभय कुमार ने कोरोना से बचाव के लिए कोरोना के नियमों का पालन करने की अपील आम लोगों से की। उन्होंने कहा हाथ की सफाई बराबर करते रहें। जो भी कोरोना प्रभावित राज्यों से आए हैं वे लोग कोरोना की जांच जरूर करावें ताकि उनका परिवार और समाज सुरक्षित रहे।
भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें
कोरोना वायरस से बचे रहने के लिए किसी ऐसे स्थान पर न जाएं जहां भीड़ अधिक हो। ऐसे जगह पर संक्रमण की संभावना अधिक रहती है । इसलिए कोशिश करें कि ऐसे किसी भी जगह पर जाने से पहले मास्क जरूर लगाएं। इस बात का जरूर ध्यान दें कि आपका मास्क उतरने न पाए। खांसने और छींकने वाले लोगों से रहें दूर। आपको केवल उन्हीं लोगों से दूरी बनाए रखने की जरूरत है, जिन लोगों में सर्दी खांसी के लक्षण हैं। इसलिए जिन लोगों में ऐसे लक्षण दिखें उनसे दूर रहें।
कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन
- एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
- सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें।
- अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं।
- आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
- छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।