पप्पू कुमार पूर्वे
मधुबनी जिला के जयनगर में रविवार को छठ व्रतियों ने कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए अपने अपने घर व नदियों में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य दिया। वैश्विक महामारी कोरोना के नए कहर को देखते हुए छठ व्रतियों ने सुरक्षा के ख्याल से अपने घर पर ही छठ पर्व मनाना उचित समझा। वैसे कई छठ व्रतियों को पवित्र कमला नदी में डूबते सूर्य को अर्ध्य देते देखा गया।सीमावर्ती क्षेत्रो में कार्तिक माह के अपेक्षा चैती छठ बहुत ही कम महिलाये करती है। छठ व्रती अपने घर की छत पर ही पानी की व्यवस्था की थी। स्थानीय आशा देवी ने कहा महापर्व छठ में गायी जा रही गीत वेद मंत्र है। जिसके माध्यम से छठ व्रती सूर्य देव से सीधे साक्षात होते है। जब व्रती की हृदय से उगीं हे दीनानाथ ... गाती है, तो वे सूर्य देव से सीधा संवाद करती है।जयनगर स्थित कमला नदी में आज चैती छठ के संध्या अर्ध्य को लेकर दिखाा लोगों में आस्था का लहर।