- जिले में 55 हजार 390 लोगों का टीकाकरण, एक मई से 18 वर्ष से अधिक के सभी लोगों को मिलेगा टीका
शिवहर, 22 अप्रैल।
सिविल सर्जन डॉ. आरपी सिंह ने जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच आम जनता से टीकाकरण कराने की अपील की है। वहीं कोरोना से बचाव के लिए मास्क का उपयोग करने और दो गज की दूरी का पालन करने की भी अपील की है। सिविल सर्जन ने जिला वासियों से कहा 45 वर्ष से अधिक के लोग टीका लेकर अपनी जिम्मेदारी निभाएं। वहीं एक मई से 18 वर्ष से अधिक के सभी लोगों को टीका दिया जाएगा। उन्होंने कहा लोग टीका लेकर कोरोना मुक्त परिवार व समाज का निर्माण करें। वहीं कोविड-19 वैक्सीन लेने के बाद भी लोगों को कोरोना को लेकर तमाम तरह की सावधानियां बरतनी हैं । मास्क का इस्तेमाल नियमित करना है और दो गज की दूरी भी बनाकर रखनी है।
जिले में 55 हजार 390 लोगों का टीकाकरण
जिले के पांच प्रखंडों के 26 केंद्रों पर बुधवार को कोरोना वैक्सीनेशन जारी रहा। बुधवार को कुल 619 लोगों का टीकाकरण किया गया। इनमें 45 पार के कुल 458 लोगों ने टीके का पहला डोज लिया। जबकि,161 लोगों ने वैक्सीन की दूसरी डोज ली । डुमरी कटसरी में 210, पिपराही में 100, पुरनहिया में 29, शिवहर में 60, तरियानी में 180 व एमसीएच-डीएच में 40 का वैक्सीनेशन किया गया। जिले में अबतक कुल 55 हजार 390 लोगों का टीकाकरण हो चुका है।
गाइडलाइन का पालन कराने के लिए सड़क पर पुलिस
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच जिले में प्रशासनिक सख्ती बढ़ा दी गई है। शाम छह बजते ही सरकारी गाइडलाइन का पालन कराने के लिए शिवहर शहर में पुलिस प्रशासन की टीम सड़क पर उतर रही। वहीं पूरे दिन अधिकारियों की टीम मास्क की अनिवार्यता के लिए अभियान चला रही है। सघन वाहन चेकिग अभियान चलाकर वाहन जब्त किये जा रहे। जुर्माने की कार्रवाई के बाद ही वाहनों को मुक्त किया जा रहा।
प्रवासी श्रमिकों पर नजर रखी जा रही
बिहार सरकार के निर्देश पर जिले में कोरोना जांच की संख्या बढ़ा दी गई है। खासकर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, केरल, महाराष्ट्र आदि राज्यों जहां कोरोना के केस अधिक बढ़ रहे हैं, इन राज्यों से आने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है और जांच की जा रही है। जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में कोरोना जांच केंद्र खोले गए हैं। प्रत्येक जांच स्थल विशेषकर एंट्री पॉइंट पर पुलिस बल की तैनाती की गई है । सिविल सर्जन डॉक्टर आरपी सिंह ने बताया कि, सरकार और डीएम के निर्देश के आलोक में प्रवासी श्रमिकों पर खास नजर रखी जा रही है। इन प्रवासियों को जांच कराने के बाद ही उन्हें घर भेजा जाएगा।