- तंबाकू खाकर थूकने वालों के खिलाफ एनसीडीओ ने की कार्रवाई
- चार लोगों का काटा गया चलान
सीतामढ़ी। 14 अप्रैल
तंबाकू का सेवन जानलेवा बीमारियों का वाहक तो है ही यह कोरोना के संक्रमण का भी बन सकता है। ऐसे में यत्र -तत्र थूकना काफी खतरनाक है। सामान्य तौर पर थूकने से भी विभिन्न प्रकार के संक्रमण का खतरा बना रहता है। ये बातें जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार सिन्हा ने बुधवार को तंबाकू के खिलाफ अभियान के दौरान । डॉ सुनील ने कहा बुधवार को सदर अस्पताल के परिसर में चार व्यक्तियों का चलान काटा गया, तथा फिर से पकड़े जाने पर छह महीने की कारावास की सजा भी होगी।
थूकने से कोरोना की प्रबल संभावना
यत्र -तत्र थूकने से कोरोना के प्रबल संभावनाओ के बारे में डॉ सिन्हा कहते हैं कि तंबाकू खाने से मुंह में लार का निर्माण ज्यादा होता है। ऐसे में जो कोई भी कोरोना संक्रमित होगा उसके थूक के साथ निकलने वाले सलाइवा से सबसे ज्यादा संक्रमण फैलता है। भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा परिषद् ने भी चबाने वाले तंबाकू उत्पाद का सेवन नहीं करने और सार्वजनिक स्थानों पर नहीं थूकने की अपील की है।
थूकना वर्जित, स्वास्थ्य अर्जित
स्वास्थ्य मंत्रालय भी खुले में थूकने की आदत को वर्जित मानती है। मंत्रालय के अनुसार ऐसा करना आपको और दूसरों को खतरे में डाल सकता है। सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से कोरोना का खतरा और बढ़ जाता है।
अगर बाहर आए थूक
डॉ सुनील कुमार कहते हैं कि अगर किसी भी व्यक्ति या बीमार को बाहर में थूक आती भी है तो वह या तो थूकदान में थूकें, अगर ऐसा उपलब्ध नहीं है तो कागज के रुमाल का उपयोग करें और फिर उसे डस्टबीन में डाल दें।
बदलकर अपना व्यवहार करें कोरोना पर वार
- मास्क जरुर पहनें
- शारीरिक दूरी अवश्य बनाएं
- खांसते या छींकते वक्त रुमाल या अपने आस्तीन का प्रयोग करें
- भीड़-भाड़ वाले ईलाके में न जाएं
- अपने रोग प्रतिरोधक क्षमता को तंदरुस्त बनाएं