- चार वेंटीलेटर व 10 बेड की व्यवस्था सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में
प्रिंस कुमार
मोतिहारी, 8 अप्रैल
जिला अस्पताल मोतिहारी में कोरोना से पीड़ित मरीजों के लिए अलग से आइसोलेशन सेंटर की व्यवस्था की गई है। आइसोलेशन सेंटर में कोरोना से पीड़ित मरीजों के इलाज की हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं । सदर अस्पताल के कोरोना आइसोलेशन सेंटर पर कंट्रोल रूम भी बनाया गया है | जिसमें स्वास्थ्य कर्मी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसमें डॉक्टर, नर्स, डाटा ओपरेटर, लैब टेक्नीशियन, स्वास्थ्य कर्मी, सफाई कर्मी भी शामिल हैं । सभी मास्क, सैनिटाइजर के साथ कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों का पालन करते हुए लगातार सेवा दे रहे हैं।
15 मरीज बुधवार को मिले
सिविल सर्जन डॉ अखिलेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया अभी सदर अस्पताल में कोरोना से पीड़ित चार मरीज भर्ती हैं। वहीं चार मरीज पटना भी रेफर किए गए हैं। जिले में पूर्व में कई मरीजों को होम क्वारंटाइन भी किया गया है। जिनकी देखरेख लगातार सदर अस्पताल के चिकित्सक कर्मियों व स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा की जा रही है। सदर अस्पताल में कोरोना के मरीजों के लिए हर प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं । अभी तक 11 लाख से ज्यादा लोगों की कोरोना की जाँच की जा चुकी है। जिनमें 8370 केस पॉजिटिव पाए गये हैं। वही 8243 मरीज स्वस्थ (रिकवर) हो चुके हैं। 37 मरीजों की मौत भी हो चुकी है। वहीं 15 मरीज बुधवार को पॉजिटिव पाए गए हैं।
31 केंद्रों पर कोरोना टीकाकरण
पूर्वी चम्पारण के सिविल सर्जन डॉ अखिलेश्वर प्रसाद सिंह व कोरोना नोडल डॉ रंजीत राय ने बताया जिले में फिलहाल 31 केंद्रों पर कोरोना का टीकाकरण किया जा रहा है। यहां पर जांच व टीकाकरण संबंधित सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं । किसी प्रकार की कमी होने पर तुरंत पटना, दिल्ली से सम्पर्क स्थापित कर सहयोग लिया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, मॉल सहित भीड़ भाड़ वाले इलाकों में कोरोना की जांच की जा रही है। जिले में बाहर से आनेवाले लोगों को चिह्नित कर जांच की जा रही है। कोरोना पर राज्य स्वास्थ्य समिति एवम बिहार सरकार भी काफी एलर्ट है। जगह जगह मास्क पहनने व कोरोना से बचने के लिए जागरूकता फैलायी जा रही है।
प्रत्येक दिन 5000 से 6000 जांच
जिले में प्रत्येक दिन 5000 से 6000 लोगों की कोरोना जांच की जा रही है। मरीज मिलने पर जांच करने के बाद उन्हें होम आइसोलेशन किया जा रहा है। ज्यादा संक्रमण होने पर सदर अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में इलाज किया जा रहा है। गंभीर स्थिति होने पर मरीजों को पटना रेफर भी किया जा रहा है। वहीं आरटी पीसीआर जांच एवं एंटीजन टेस्ट बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है। जब तक सभी लोगों का टीकाकरण नहीं हो जाता कोरोना काल में सावधानी बरतने की जरूरत है।
कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन
- एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
- सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें।
- अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं।
- आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
- छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।