प्रिंस कुमार
शिवहर---उच्च व तकनीकी शिक्षा में आर्थिक सहायता के लिए 2020 -2021 में जिले के 223 छात्र-छात्राओं ने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के लिए आवेदन किया था। जिला निबंधन सह परामर्श केन्द्र के अनुसार इनमें से 97 छात्र-छात्राओं के आवेदन को स्वीकृत करते हुए आगे की पढ़ाई में मदद के लिए बैंक से ऋण दिलाने की दिशा में पहल शुरू की गई है।
लगभग सभी तरह की शिक्षा के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड दिए जाते हैं। छात्र-छात्रा अपने राज्य से बाहर तकनीकी या किसी अन्य तरह की पढ़ाई को जारी रखने के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से लाभ की मांग करते हैं तथा इसके लिए भी आवेदन करते हैं।
इस संबंध में शिवहर के आरटीआई कार्यकर्ता मुकुन्द प्रकाश मिश्र ने जब जिला निबंधन सह परामर्श केन्द्र से सूचना के अधिकार के तहत जानकारी माँगा तो आरटीआई रिपोर्ट में बताया गया है कि बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड हेतु 2016-17 में प्राप्त 32 आवेदन में से 2 आवेदन स्वीकृत हुआ।
2017-18 में प्राप्त 82 आवेदन में से 60 आवेदन स्वीकृत हुए,2018-19 में प्राप्त 341 में से 307 आवेदन स्वीकृत हुए,2019-20 में प्राप्त 430 आवेदन में से 300 स्वीकृत हुए वही 2020-21 में प्राप्त 223 आवेदन में से 97 आवेदन स्वीकृत हुए । इस तरह इन वर्षों में लाभान्वित छात्र-छात्राओं की कुल संख्या अब तक -766 है ।
गौरतलब है कि इस योजना के तहत इंटरमीडिएट या मैट्रिक के बाद किसी भी प्रॉफेशनल और टेक्निकल कोर्स को करने के लिए 4 लाख रुपये तक आर्थिक सहायता सरकार सभी बच्चों को दिया जिता है ।
ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को किया जाएगा जागरूक
संघर्षशील युवा अधिकार मंच के प्रवक्ता सह आरटीआई कार्यकर्ता मुकुन्द प्रकाश मिश्र ने कहा कि जानकारी के अभाव में बहुत से छात्र-छात्रा इन योजनाओं के लाभ नही ले पाते है अतः इसके लिए ग्रामीण स्तर पर युवाओं को जागरूक तथा प्रेरित करने की योजना बनाई गई है।
कोरोना काल के बाद समाजिक संगठन संघर्षशील युवा अधिकार मंच के द्वारा गाँव गाँव में जाकर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा । बिहार राज्य सरकार के सात निश्चय में शामिल 'आर्थिक हल, युवाओं को बल' कार्यक्रम के तहत स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, स्वयं सहायता भत्ता और कुशल युवा कार्यक्रम से अधिक-से-अधिक लोगों को लाभांवित करने और रोजगार का अवसर उपलब्ध कराने के लिए गांव-गांव में अभियान चलाया जाएगा।
कहा है कि ग्रामीण क्षेत्र के बहुत से युवक - युवतियां सरकार की इन तीनों महत्वाकांक्षी योजना से अनभिज्ञ हैं। उन्हें किन योजनाओं का कैसे लाभ मिल सकता है, इसकी जानकारी नहीं है। फलस्वरूप वो इसका लाभ नहीं ले पाते हैं।
शहरी क्षेत्र के छात्र-छात्राओं का इन योजनाओं के लिए अधिकांश आवेदन प्राप्त होता है, जबकि जानकारी और साधन के अभाव में ग्रामीण क्षेत्र के बहुत से बच्चे उच्चस्तरीय पढ़ाई नहीं कर पाते।
ग्रामीण स्तर पर अभियान चलाए जाने से हजारों वंचित बच्चों को इन योजनाओं का लाभ मिल सकता है।