जूम वेबीनार पर बिहार के उद्योग मंत्री माननीय सैयद शाहनवाज हुसैन से एमरा सीधा संवाद
आलोक वर्मा
नवादा : पूरे भारतवर्ष में टेलीकॉम/मोबाइल इंडस्ट्रीज में क्रांति लाने वाले, टेक्नोलॉजी से अवगत और अपग्रेड कराने वाले, डिजिटल इंडिया से साक्षात्कार करवाने वाले मोबाइल व्यापारी आज अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर देश के अलग-अलग राज्यों में अपनी समस्याओं और परेशानियों को लेकर राज्य सरकारों से लगातार आग्रह के साथ -साथ डिजिटल आंदोलन भी कर रही है। बिहार में भी आज मोबाइल व्यापारियों ने मोबाइल संगठन के सबसे बड़े बैनर ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर एसोसिएशन(AIMRA) कि बिहार राज्य इकाई द्वारा जूम वेबीनार पर बिहार के उद्योग मंत्री माननीय सैयद शाहनवाज हुसैन से सीधा संवाद कर बिहार की मोबाइल व्यापारियों की समस्याओं और परेशानियों को रखा । सीधे-सीधे तौर पर कहा जाए तो संगठन(AIMRA) के सीनियर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री विभूति प्रसाद ने बिहार के व्यापारियों की समस्याओं को माननीय उद्योग मंत्री के समक्ष विस्तार से रखा जिसमें प्रमुख मांगे ई-कॉमर्स कंपनियों से गैर जरूरी प्रोडक्ट की सप्लाई तत्काल प्रभाव से बंद करवाना, लॉकडाउन खुलने के तुरंत बाद मोबाइल व्यापारियों के वैक्सीनेशन के लिए उचित व्यवस्था एवं सबसे महत्वपूर्ण मांग कड़क लॉकडाउन जिससे की कोरोना की इस चेन को तोड़ा जा सके।
बिहार में मोबाइल का लगभग 600 करोड़ का मासिक व्यापार होता है और लगभग 11 से 12 हजार मोबाइल दुकानदारों के साथ-साथ 200 से ऊपर विभिन्न कंपनियों के एक्सक्लूसिव स्टोर भी हैं और कंपनी के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की संख्या लगभग 10000 से भी ऊपर है। उन सब का भविष्य अधर में लटका हुआ है। एक तरह से माने तो लॉकडाउन में यह सारा का सारा व्यापार ई-कॉमर्स कंपनियों को उपहार में मिल जाता है। जब इस करोना काल में व्यापारियों की दुकानों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है तो ठीक उसी समय इन ई-कॉमर्स कंपनियों से गैर जरूरी प्रोडक्ट की सप्लाई जिसमें मोबाइल, कपड़ा, कॉस्मेटिक एवं अन्य सामान का वितरण इन कंपनियों से करवाना जिसमें फ्लिपकार्ट और अमेजन प्रमुखता से छाए हुए हैं कहां तक उचित है।
इस मीटिंग में AIMRA की राष्ट्रीय नेतृत्व के साथ साथ प्रदेश पदाधिकारी शांति स्वरूप, नवनीत केडिया, मो दिलशाद, कमलेश कुमार सिंह, नितिन कृष्णन, प्रवीण कुमार ,अंजनी कुमार,आदित्य जी और बिहार के पूरे 38 जिलों के सारे जिला अध्यक्ष के साथ लगभग 300 मोबाइल व्यापारी भी शामिल हुए।