- कुल 5 बेड की है उपलब्धता, 1 बेड हेपेटाइटिस बी के लिए रिजर्व
- फरवरी से अप्रैल तक कुल 388 लोग करा चुके हैं डायलिसिस
- जनवरी में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हुआ है डायलिसिस सेंटर
प्रिंस कुमार
सीतामढ़ी, 29 मई ।
सदर अस्पताल में बना डायलिसिस सेंटर किडनी की बीमारी से ग्रसित गरीबों और लाचार मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा है। जनवरी में खुला यह डायलिसिस सेंटर कोरोना काल में भी लोगों को मुफ्त और सुरक्षित डायलिसिस की सुविधा प्रशिक्षित पारा मेडिकल स्टॉफ और नेफ्रोलॉजिस्ट की उपस्थिति में प्रदान कर रहा है। सदर अस्पताल की अधीक्षक डॉ सुधा झा ने बताया प्रथम चरण में डायलिसिस के लिए पांच बेड के वार्ड का निर्माण कराया गया है। वहीं इसमें से एक बेड हेपेटाइटिस बी के मरीजों के लिए सुरक्षित रखा गया है। एक दिन में दस मरीजों की डायलिसिस की जा सकती है। जिसे दो पालियों में किया जाता है। एक डायलिसिस को करने में चार घंटे का समय लगता है।
राशन कार्ड लाएं मुफ्त डायलिसिस कराएं-
सदर अस्पताल की अधीक्षक डॉ सुधा झा ने कहा हमारे यहां आयुष्मान कार्ड धारकों के अलावा जिनके पास राशन कार्ड है उनका मुफ्त में डायलिसिस होता है। जिसमें उनकी दवाएं और पैथोलॉजिकल जांच भी शामिल होती हैं। वहीं राशन कार्ड नहीं होने पर 1545 रुपये देने होते हैं। यह राशि भी प्राइवेट डायलिसिस सेंटरों से बहुत ही कम है। इसी पैसे में उनकी दवाइया और जांच भी शामिल होती हैं। जनवरी मे इसके उद्घाटन के बाद फरवरी में 7, मार्च में 165 तथा अप्रैल में 216 लोगों ने डायलिसिस कराया है।
सुविधाएं भी हैं उल्लेखनीय -
डॉ सुधा झा कहती हैं कि किडनी से ग्रसित मरीजों को हफ्ते में एक से तीन बार डायलिसिस करानी पड़ती है। जिसमें उनके काफी पैसे खर्च हो जाते हैं। हमारे यहां डायलिसिस में ईपीओ यानि हीमोडायलिसिस, आयरन, सिंगल यूज ब्लड लाइन तरह की डायलिसिस के लिए उच्च गुणवत्ता वाली मशीन लगी है। डायलिसिस वार्ड में नेफ्रोलॉजिस्ट की भी सुविधा मौजूद है।