हादसों में गंभीर रूप से घायल लोग सड़कों पर ही न पड़े रहें और लोगों में ऐसे घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने की जागरुकता बढ़े, इसलिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार परिवहन विभाग में अनूठी पहल की है। जल्द ही विभाग की ओर से तैयार यह प्रस्ताव जल्द ही कैबिनेट को भेजा जाएगा।यदि ऐसा होता है देश में संभवत: ,बिहार पहला राज्य बन जाएगा परिवहन विभाग के सुत्रो के मुताबिक घायलों को अस्पताल पहुंचाने वालों को प्रशासन 5 हजार रुपए इनाम के तौर पर देगा, ताकि जल्द इलाज मिले और जान बचे। सरकार ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए बिहार गुड स्मारटियन पॉलिसी को स्वीकृति देगी। ताकि सड़क हादसे में घायलों की मदद हेतु लोग आगे आएं और किसी के जीवन की रक्षा हो सके। अब सरकार घायलों को अस्पताल पहुंचाने वालों को प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित करेगी। बेफिक्र होकर करें मदद बिहार में सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की मृत्यु दर अधिक है। अक्सर देखने में आता है कि सड़क किनारे कोई दुर्घटना हो जाती है और कोई मदद को आगे नहीं आता।इसकी वजह होती है कि ऐसे मामलों में मदद करने वाले को पुलिस द्वारा परेशान किया जाता है। लेकिन अब सरकार ने ऐसे नेक आदमी के संरक्षण के लिए नियम बना दिए हैं। सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की जीवन रक्षा तथा अंग की हानि कम करने हेतु गोल्डन हावर(प्रथम 60 मिनट) में उपचार सर्वाधिक प्रभाव होता है, जिसके लिए घायल व्यक्तियों का गोल्डन आवर में निकटवर्ती अस्पताल में ले जाना आवश्यक है। सड़क दुर्घटना में प्रभावित जख्मी व्यक्तियों के सहायतार्थ नेक नागरिक (गुड स्मारिटन) को प्रेरित करने के उद्देश्य से नीति बनाई है।