मिथिला हिन्दी न्यूज :- राजद विधान पार्षद सह बिस्कोमान चेयरमैन सुनील कुमार सिंह ने शुक्रवार को अपने गृह पंचायत डुमरी बुजुर्ग(सोनपुर) मां कालरात्रि मंदिर परिसर में एएनएम के हाथों कोरोना का टीका लिया। तथा इस बाबत अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट किया जिसमें उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री मंत्री व अन्य सांसदों विधायकों को एएनएम पर विश्वास कर उनसे टीका लेना चाहिए सभी लोग बड़े हॉस्पिटलों में जाकर बड़े डॉक्टरों से टीका ले रहे हैं इससे गलत परंपरा की शुरुआत हुई है उन्होंने जानबूझकर अपने गांव में लगे सर्वजनिक कैंप में एएनएम के हाथो टीका लेकर लोगों के बीच यह संदेश दिया है कि सबके जान की कीमत बराबर है। राजद विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह का यह पोस्ट तेजी से वायरल होने लगा तथा इसे हजारों लोगों ने अपने फेसबुक वॉल पर शेयर किया देर शाम बातचीत के क्रम में विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह ने कहा कि संकट की इस घड़ी में केंद्र व राज्य सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी हैं सिर्फ लोगों के जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है विगत एक वर्षों में यह लोग सिर्फ कागजी घोड़े दौड़ाने में लगे रहे कोई बेहतर चिकित्सा व्यवस्था नहीं हो सकी अभी कोरोना का दूसरा चरण है तीसरे चरण से पहले इनके पास कोई कार्य योजना नहीं है बिहार के कुछ चुनिंदा जिलों में ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है जबकि इसकी जरूरत बिहार के सभी 38 जिलों में है जानबूझकर सभी सरकारी हॉस्पिटलों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सर्वदलीय बैठक में कई बार सरकार को चेताया था कि आने वाला समय संकट का होगा इसलिए पहले से पूरी मजबूती से तैयारी होनी चाहिए जिसे दरकिनार कर दिया गया उन्होंने कहा कि बिहार में लोगों की जान से खिलवाड़ करने वाली सरकार है। विज्ञापन के सहारे सरकार सिर्फ और सिर्फ अपना चेहरा चमकाना चाहती है लोग मर रहे हैं पर सरकार मजबूती से कोई कार्ययोजना नहीं ला रही है निजी हॉस्पिटलों में लूट मची हुई है जीवन रक्षक दवाएं नहीं मिल रही हैं एंबुलेंस वाले लुटेरे बने हुए हैं और सरकार है कि एक महीने से तमाशा देख रही है। उन्होंने कहा कि जनता की लाश पर तमाशा करने वाले लोग रक्षक नहीं भक्षक है। जिन्हें खुद अपने द्वारा बहाल एएनएम पर भरोसा नहीं और टीका लेने के लिए बड़े हॉस्पिटलों में जाते हैं जिससे वहां के चिकित्सक प्रभावित होते हैं कई लोगों का इलाज नहीं हो पाता है और यह लोग कैमरे के सामने अपना चेहरा चमका आते हैं उन्होंने कहा कि वह भी चाहते तो किसी बड़े हॉस्पिटल में जाकर टीका ले सकते थे पर उन्होंने अपने गांव में आयोजित शिविर में टीका लिया जिससे स्थानीय लोगों के मन में यह विश्वास जागा की एएनएम से भी टीका लिया जा सकता है उनके गांव में 500 लोगों ने टीका लेने के लिए निबंधन कराया लेकिन महज 200 टीका ही यहां उपलब्ध था।