राष्ट्रीय जनता दल मधुबनी के जिला प्रवक्ता इंद्रजीत राय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि बिहार के डबल इंजन के नितीश सरकार का गरीब विरोधी चेहरा अब जनता के बीच सामने आ गया। राज्य सरकार 15 सालो से विकाश की बड़ी बड़ी बाते कर रहा था। लेकिन कोरोना जैसे वैश्विक महामारी में राज्य के शासन व्यवस्था और स्वास्थ्य की घटिया व्यवस्था का पोल खुल चूका है। पुरे जिला में कोरोना के नाम पर राज्य कोष का दोहन कर भारी लूट किया जा रहा है। पूरे जिले मे जांच, ऑक्सीजन, बेड, वेलिलेंटर, एम्बुलेंस ,दवा एवं चिकित्सक की कही समुचित व्यवस्था नही है। इलाज के नाम पर बेड नही है। जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन नही मिल रहा है। दावा की भारी किल्लत हो रहा है। अस्पताल मे डॉक्टर नही है। लेकिन राज्य सरकार के संरक्षण में पदाधिकारी कागजो पर व्यवस्था की खाना पूर्ति कर भारी लूट मचा रहा है। राज्य और केंद्र के दोनों जगह कारपोरेट घरानों के सहयोगी भाजपा जदयू के डबल इंजन की सरकार है, गरीब मज़दूरों एवं राज्य के आम जनता के साथ हो रहे कालाबाजारी एवं तय मूल्य से अधिक के लूट पर जिला प्रशासन रोक लगाने को तैयार नही है। जिला के विभिन्न रूटों पर सरकार के दिशा निर्देश का उलंघन कर बस,ऑटो एवं ई रिक्सा चालको द्वारा तीन से चार गुना अधिक किराया जबरदस्ती वसूला जा रहा है। विरोध करने पर आम जनता से मारपीट एवं गाली गलौज तक का नौबत आ रहा है। जिला प्रसाशन को सूचना देने के बाद भी मामले का संज्ञान नही ले रहा है। सरकार और उनके निगरानी मैं बैठे जिला प्रशासन अपनी नैतिकता और कर्तव्यपरायणता की सारी मर्यादा भूल चुकी है। बिहार के सरकारी अस्पताल के डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों के रूप में सरकार के संरक्षण मैं संवेदनहीन महाराजाओं और महारानियों का गढ़ है तो निजी अस्पताल भ्रष्ट वसूली का केंद्र हैं! इन दोनों जगहों पर राज्य के कोरोना मरीज़ो का इलाज नहीं है, मरीज़ो व उसके परिजनों का आर्थिक दोहन के लिए टॉर्चर होता है! सरकार को दोष मत दीजिए! सरकार तो पहले ही आपको 'आत्मनिर्भर बिहार' और 'आत्मनिर्भर भारत' के नारे के रूप में चेतावनी दे चुकी है! नदी में शव कचड़े की भाँति फेंक दिए जा रहे है ये भाजपा जदयू के झूठे विश्वगुरु भारत देश के नागरिक हैं जिन्होंने नीतीश कुमार के सुशासन में अंतिम साँसें ली, या यूँ कहिए साँसों तक के लिए तरस गए! पर सुशासन बाबू की सदाचारी प्रशासन का मानना है कि ये शव बगल के हिन्दू हृदय सम्राट योगी अजय सिंह बिष्ट के रामराज्य वाले सूबे से बहकर आए हैं! सच कुछ भी हो, यह बात बिल्कुल सच है कि इतने 'अच्छे दिन' भगवान किसी देश और राज्य को ना दिखाए! राय ने सरकार से नैतिकता के आधार कालाबाजारी,तय कीमत से अधिक मूल्य के वसूली एवं सड़क पर बस, ऑटो एवं ई रिक्सा द्वारा वसूले जा रहे तिगुने किराए पर रोक लगाने के लिए कारगर कदम उठाने का अनुरोध किया है। भावुक होते हुए कहा की राज्य के आम जनता की स्थिति बेहद दयनीय है और वे ऐसे वक्त में दाने-दाने के लिए मोहताज हो रहें है। तो मुनाफा खोर कालाबाजारी और महंगाई को कहां तक झेल पाएंगे? आखिर,यह कैसा इंसाफ है?कोरोना संकट में टूट चुके गरीबों की सरकार द्वारा अग्नि परीक्षा न लेने का आग्रह किया है।