मिथिला हिन्दी न्यूज पटना। बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व भाजपा विधायक व भाजपा के बिहार उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी ने बिहार के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गोपालगंज को बिहार का सबसे आपदा प्रभावित जिला बताते हुए वहां विशेष पैकेज देने की मांग की है मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने लिखा है कि 15 जून के पश्चात बाढ़ का खतरा भी जिले पर मंडराने लगेगा अतः इस दो तरफा संकट से आम जनों को बचाने के लिए उन्होंने कई सारे सुझाव भी दिए हैं उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में मांग की है कि जिले के प्रत्येक प्रखंड में कम से कम 100 बेड का आइसोलेशन सेऔटर विकसित किया जाए प्रत्येक विधानसभा के एक प्रमुख स्थान पर कोविड-19 सेंटर में भी विकसित किया जाए गोपालगंज सदर अनुमंडल और हथुआ अनुमंडल में कम से कम डेढ़ सौ बेड का डेडीकेटेड कोविड-19 वेंटिलेटर के साथ विकसित किया जाए उन्होंने यह भी लिखा है कि जिले के जितने भी नीजी अस्पताल व आरएमपी डॉक्टर हैं उन्हें 1 सप्ताह का विशेष ट्रेनिंग दिया जाए कि वह लोगों की सहायता कर सकें है ।साथ ही हर आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण और तेज किया जाए तथा इसके लिए उन्होंने पीपीपी कीट के साथ थर्मल स्केनर की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराने की मांग की है उन्होंने होम आइसोलेशन में रहने वाले को सहयोग हेतु टेलीमेडिसिन हेल्पलाइन जारी करने का भी अनुरोध किया है।सर्व विदित हो कि पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी भी करोना पॉजिटिव हैं तथा उनका इलाज चल रहा है इस बीच उन्होंने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से कहा है कि विगत कई वर्षों से हजारों गरीब परिवारों ने बड़ी संख्या में राशन कार्ड हेतु आवेदन किया था उन्हें अभी तक राशन कार्ड प्राप्त नहीं हुआ है जिसके कारण मई और जून में जो फ्री खाने आनाज बटेगा उन लोगों को नहीं मिल पाएगा इसलिए सोशल ड्राइव चला कर राशन कार्ड बनवाने की आवश्यकता है और इन लोगों को भी राशन उपलब्ध कराई जाए उन्होंने कहा कि रोजगार गारंटी अभियान के तहत पंचायतों में मिल रहे श्रमिकों के रोजगार की समीक्षा की भी आवश्यकता है जिले के प्रखंड वार खाद्यान्न का आवंटन मांग के अनुसार पूर्णता नहीं है इसकी भी समीक्षा होनी चाहिए बाढ़ से संदर्भित विषय पर उन्होंने लिखे पत्र में या है कि वर्ष 2017 और 2020 में सर्वाधिक भीषण बाढ़ जिले के बैकुंठपुर विधानसभा और बरौली विधानसभा में आई थी दर्जनों स्थानों पर कई महीनों तक जनजीवन प्रभावित था। उन्होंने पत्र में मांग की है कि जल संसाधन विभाग के गंडक के 80 किलोमीटर से 152 किलोमीटर गोपालगंज के बीच हमेशा खतरा बना हुआ रहता है इस वर्ष का कार्य शुरू हुआ है इसलिए अपने स्तर से कार्य की सुरक्षा की समीक्षा अत्यंत आवश्यक है उन्होंने लिखा है कि वर्ष 2020 में ध्वस्त मकानों की समीक्षा की जानी चाहिए उन्होंने मांग की है जिले की आबादी बाढ़ से प्रभावित होती है।लिखे पत्र में मिथिलेश तिवारी ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि जिले के अधिकांश नलकूप खराब पड़े हैं उनको एक तय समय सीमा के बीच भी शुरू कराया जाए उन्होंने गन्ना किसानों का भी जिक्र किया है तथा उनके लिए भी मुआवजे की मांग की है।