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कोरोना संक्रमण काल में गर्भवती व धात्री महिलाओं का रखें विशेष ख्याल


• संक्रमित माताएँ भी सावधानी रख कर करा सकती हैं स्तनपान 
• विभाग द्वारा टीकाकरण की तैयारी है मुकम्मल, बेझिझक कराएँ टीकाकरण।

पप्पू कुमार पूर्वे 

कोरोना संक्रमण की लहर जिले में तेजी से फैलने लगी है। इससे सामान्य लोगों के साथ गर्भवती महिलाओं या धात्री माताओं तथा उनके शिशुओं के संक्रमित होने की संभावनाएं भी बढने लगी हैं। लेकिन संक्रमण काल में विशेष सतर्कता बरतने से माँ और बच्चे दोनों सुरक्षित रह सकते हैं। इसके लिए परिवार के लोगों का सतर्क रहना और कोरोना संबंधित तथ्यों की सही जानकारी रखना जरूरी है।

गर्भवती महिलाएं स्वयं भी रहें सतर्क, रखें खुद का खयाल :

स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवृत्ति मिश्रा ने बताया संक्रमण काल में गर्भवती महिलाओं को खुद पर विशेष ध्यान रखना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर और उनकी रोग प्रतरोधक क्षमता में भी बदलाव होता है। इससे उनके अन्दर किसी सामान्य रोग से बचाव की क्षमता भी कम हो जाती है। ऐसे में उन्हें संक्रमण होने के आसार बढ़ सकते हैं और श्वसन संक्रमण की समस्या भी हो सकती है. उन्हें ज्यादा सतर्क रहने और चिकित्सक द्वारा बताए गए स्वास्थ्य संबन्धित सभी सुरक्षा निर्देशों का खयाल रखना चाहिए। कोरोना संक्रमण के सामान्य लक्षण जैसे बुखार, खांसी या सांस लेने में कठिनाई महसूस होने पर उन्हें तुरंत चिकित्सकों से संपर्क करना चाहिए। 

संक्रमित माताएँ स्तनपान करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान: 
सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया माँ का दूध खुद में रोग प्रतिरोधक क्षमता रखता है। इसलिए शिशुओं को अधिक से अधिक स्तनपान संक्रमण से सुरक्षा के लिए जरूरी है। यदि माता संक्रमित हो तब भी कुछ सावधानियों का ध्यान रख कर स्तनपान जरूर करवाएँ। स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को भी मास्क के इस्तेमाल और स्वच्छता पर ध्यान देना जरूरी है। बच्चे को छूने से पहले और बाद में हाथ धोने एवं नियमित रूप से स्पर्श किए जाने वाली सतहों की सफाई करने का ध्यान रखना चाहिए। नवजात के इस्तेमाल में आने वाली वस्तुओं जैसे पहनने के कपड़े , नैपकिन, बिछावन या झूला आदि की सफाई का ध्यान भी आवश्यक है । बाहर से आकर शिशु को ना स्पर्श करें और छूने से पहले अच्छी तरह शरीर और हाथ को जीवाणु मुक्त कर लें। इससे शिशु के संक्रमित होने की संभावना नहीं रहेगी । जिन घरों में गर्भवती , धात्री माताएँ या नवजात शिशु हों वहाँ कोविड अनुरूप आचरण की जरूरत और भी बढ़ जाती है। लोगों को जागरूक रहने और कोरोना संक्रमण से निबटने हेतु सभी प्रकार की सामान्य जानकारियों का ध्यान रखना जरूरी है। 

विभाग द्वारा टीकाकरण की तैयारी है मुकम्मल, बेझिझक कराएँ टीकाकरण: 
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसके विश्वकर्मा ने बताया कोविड टीकाकरण के साथ साथ विभाग द्वारा बुधवार एवं शुक्रवार को नियमित टीकाकरण किया जाता है। उन्होंने बताया गर्भवती और धात्री माताओं के साथ उनके शिशु का स्वास्थ्य काफी नजदीकी से जुड़ा होता है इसलिए अपने और बच्चे के लिए भी उन्हे टीका जरूर लगवाना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण की पूरी तैयारी की गयी है। इसलिए सतर्कता बरतते हुये टीकाकरण केंद्र आयें और टीके अवश्य लगवाएँ। यह पूरी तरह सुरक्षित है और आने वाले बच्चे के बेहतर सेहत के मद्देनजर आवश्यक है। यह कोरोना वायरस के खिलाफ सुरक्षा कवच के रूप में काम करता है । एक व्यक्ति भी टीका लगवाने से छूट जाएगा तो संक्रमण का चक्र नहीं टूटेगा और इसके फैलाव की संभावना बनी रहेगी।

इन मानकों का करें पालन, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :- 
- हमेशा दो गज की शारीरिक-दूरी का पालन करें और दूसरों को भी जागरूक करें।
- मास्क और सैनिटाइजर का नियमित रूप से उपयोग करें।
- घर से निकलने वक्त निश्चित रूप से मास्क का उपयोग करें और सैनिटाइजर पास रखें।
- बाहर में लोगों से बातचीत के दौरान आवश्यक दूरी का ख्याल रखें।
- भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।
- मुँह, नाक और ऑख को अनावश्यक छूने से बचें।

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