हम लोग सिर्फ सिलेंडर 10 लीटर 15 लीटर या उससे छोटा सिलेंडर को रिफिल करने कार्य कर रहे हैं अभी क्योंकि पूरे बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था एकदम से चरमरा गई है किसी भी बिहारी से छुपा नहीं है कि अभी हमारी क्या व्यवस्था है स्वास्थ्य की किसी भी हॉस्पिटल में बेड नहीं है खासकर राजधानी पटना में भी जितने भी हॉस्पिटल हैं वहां बेड की बेहद कमी है और ऑक्सीजन की भी कमी है निजी अस्पतालों में तो मैनेजमेंट की तरफ से बोला जाता है कि आप ऑक्सीजन साथ में लेकर आएं तभी आपको हॉस्पिटल में जगह मिलेगा हालत बहुत ज्यादा बस से बदतर है ऐसे में अगर हम लोग किसी मरीज के कुछ काम आ सके तो यह हमारे लिए भी बहुत बड़ी बात होगी और हमें इस से संतुष्टि मिलेगी डॉ धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि कि हमारा प्रयास रहेगा कि बिहार में कोई भी मरीज ऑक्सीजन की कमी से कम से कम ना मृत्यु हो वैसे गंभीर करोना से ग्रसित मरीज जिनके घर में अटेंडेंट की भी कमी है उनको हम लोग घर में भी जाकर ऑक्सीजन पहुंचाने का काम कर रहे हैं और यह सब काम लगातार चलता रहेगा हमारे कोषाध्यक्ष सुनील कुमार जी ने कहा कि हमारा क्लब हमेशा से पीड़ितों और शोषित का उचित ध्यान रखता आया हैं। हम लोग बिल्कुल निशुल्क ऑक्सीजन की उपलब्धता बराबर मरीजों के हित में बनाए रखेंगे, और जहाँ तक होगा मरीजो को ये सुविधा प्रदान करते रहेंगे, क्लब का व्हाट्सअप नम्बर 8207788888
और हेल्प लाइन 9334339994,एवं
7209773811 जारी किया गया हैं।
साथ में दीपक कुमार ने कहा कि हमारा जो अभियान है या निरंतर चलता रहेगा और इसमें हम लोग सब सेवा भाव से जुड़े हैं और हमारा अभियान पटना से निकलकर पूरे बिहार में सभी जिला में चलेगा।
कार्यक्रम में जो भी हमारे सहयोगी गन है वह सब भी काफी ज्यादा आनंदित काफी ज्यादा उत्साहित हैं उन्हें भी समाज सेवा करने में बहुत मजा आ रहा है क्योंकि यह ग्रुप वर्क है एक आदमी से यह संभव नहीं है जब तक अनेकों अनेक लोग साथ नहीं देंगे यह काम संभव नहीं हो पाएगा, सभी कोरोना से ग्रसित मरीजों से हम आग्रह करते हैं कि आप घर में ही रहे घर में ही रह कर अपना इलाज करवाएं बहुत ज्यादा जरूरत हो तभी हॉस्पिटल का रुख करें मेरा अपना ऐसा मानना है कि ऑक्सीजन लेवल अगर 90 से नीचे आ गया है तभी हॉस्पिटल जाने की जरूरत पड़ सकती है अन्यथा आप घर में ही रह कर अपना इलाज अपना इलाज कराएं बहुत ज्यादा जरूरत पड़े तभी हॉस्पिटल में जाने की सोचें अभी जो नया रिसर्च आया है या जो भी मरीज मरीजों की मृत्यु हो रही है वह कोरोना के साथ-साथ उन को हार्टअटैक भी आ रहा है और हार्ट अटैक के वजह से भी काफी ज्यादा मृत्यु हो रही है हार्ट अटैक आने का जो मुख्य कारण भरा है वह एक तरह का डर है खौफ है क्योंकि मरीज को जब जानकारी मिलती है मैं करो ना कोई एक्टिव हो गया हूं उसी समय से वह वह मरीज अपने आप अपने अंदर नेगेटिविटी विचार लाना शुरू कर देता है और धीरे-धीरे उसका अपना हाथ मोबाइल कम ने लगता है और इस वजह से ही ज्यादा हार्ट अटैक आ रहा है और एक मेडिकल जो वजह है जो वैज्ञानिक जो वजह है वह यह है कि जब जैसे ही हम कोरोनावायरस के चपेट में आते हैं उससे वायरस वायरस कोरोना वायरस से ग्रसित हो जाते हैं तो हमारा जो ब्लड है उसके अंदर थक्का जमना शुरू हो जाता है जिसके वजह से भी हाथ को काट के अंदर ब्लड का सरकुलेशन धीरे धीरे कम हो जाता है ऐसे में बहुत ज्यादा जरूरी है कि हम सब को रोना का जो गाइडलाइन है उसको अच्छे से फॉलो करें पालन करें और साथ में अगर कोई हमारे परिजन करो ना प्लीज लीव हो जाते हैं तो हम लोग उनका भी भरपूर ख्याल रखें उनसे लगातार बात करते रहे उनको जरूर आइसोलेशन में रखें अकेले रूम में रखें लेकिन फोन से ही या और भी कुछ जो माध्यम है उससे उसे लगातार संपर्क में रहें।