प्रिंस कुमार
मोतिहारी।पु0च0
ग्राम पंचायत राज पताही के मुखिया एवं कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा पताही पर अवैध वसूली करने और पशु शेड का भुगतान रोकने की शिकायत पर जिलाधिकारी द्वारा एक जांच कमिटी का गठन किया गया है। जांच कमेटी मे अपर अनुमंडल पदाधिकारी, ढाका, अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी पकड़ीदयाल एवं अंचलाधिकारी पकड़ीदयाल शामिल है।जांच कमिटी को इस शिकायत की जाँच सात दिनों के अन्दर करने का निर्देश दिया है। निष्पक्ष जाँच होने तक कार्यक्रम पदाधिकारी, मनरेगा, पताही का पदस्थापन जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, पूर्वी चम्पारण, मोतिहारी में किया गया है।कार्यक्रम पदाधिकारी पकड़ीदयाल को उक्त जाँच होने तक कार्यक्रम पदाधिकारी पताही के प्रभार सौंपा गया है।जिलाधिकारी ने इस आदेश के उपरान्त पताही प्रखंड मे आलोक नाथ झा कार्यक्रम पदाधिकारी को कोई भी भुगतान: नहीं करने का निर्देश दिया है।जिलाधिकरी का ऐसा मानना है कि कोविड-19 महामारी में मनरेगा गरीब, असहाय लोगों के लिए एक जीवनदायिनी योजना है। ऐसी संभावना है कि जिले में पशु शेड के मामले में इस प्रकार की शिकायत हो। अत: उप विकास आयुक्त, पूर्वी चम्पारण, मोतिहारी को इसका Social Audit के संबंध में कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया है। जिसमें स्थानीय विधायक, स्थानीय स्वायत संस्था, पंचायत समिति एवं जिला परिषद प्रतिनिधि का भी मतव्य लिया जायेगा।विदित हो कि नेकलाल साह, पिता-अशर्फी साह के द्वारा पत्र के माध्यम से ग्राम पंचायत राज पताही मुखिया सुनील कुमार एवं कार्यक्रम पदाधिकारी, मनरेगा, पताही के द्वारा अवैध वसूली करने एवं पशु शेड का भुगतान रोकने की शिकायत की गई है। उक्त शिकायत में मुखिया सुनील कुमार एवं कार्यक्रम पदाधिकारी, मनरेगा श्री आलोक नाथ झा के द्वारा कुल- 30,000.00 (तीस हजार रूपये) कमीशन मांगने का आरोप लगाया गया है।