पप्पू कुमार पूर्वे
ग्राम पचहर शिव चौक से मझाव होते हुए धौरी नदी की दूरी 1.100 किलोमीटर है। और यहां मुख्यमंत्री सड़क योजना के तहत एक वर्ष पहले रोड स्वीकृत था जिसका भूमिपूजन भी हो चुका है, लेकिन सड़क का काम धीमी गति से चलने के कारण अभी लोगों को कीचड़ के बीच से होकर जाना पड़ रहा है। अब बारिश में हालत यह है कि लोगों को पैदल निकलने में भी परेशानी हो रही है। कीचड़ से निजात दिलाने के लिए मिट्टी भी डाली गई है, लेकिन बारिश में यह सड़क दलदल बन गई है। ग्रामीण गांव से आने में भी कतराने लगे हैं। मशक्कत कर गांव आते भी हैं तो उन्हें गांव तक पहुंचने में परेशानी होती है। वाहनों के न निकलने से ग्रामीण हाथ में जूता, चप्पल लेकर पैदल आते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि आजादी के बाद से आज तक यहां रोड नहीं बन पाई है। करीब डेढ़ साल पहले सड़क का भूमिपूजन भी किया था, लेकिन अभी तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है।पचहार ( मझौव) गांव ऐेसे हैं, जहां बारिश में पैदल जाना भी मुश्किल हो जाता है। सड़क बनाने का समय सीमा समाप्त होने के बाद भी नही बन पाई है। साथ ही सड़क के संवेदक भी उसी गांव के रहने वाले है।गांव के कई लोग तो बारिश में शहर में आकर रहने लगते हैं। ग्रामीणों ने कई बार प्रदर्शन किया, लेकिन किसी जनप्रतिनिधि, अधिकारी ने कोई ध्यान नहीं दिया।