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हर परिवार को दो ओआरएस व चार पैरासिटामोल का पैकेट देने का निर्देश

- जिलाधिकारी ने कोविड-19 संक्रमण से बचाव, टीकाकरण तथा एईएस व जेई से सुरक्षा पर विचार विमर्श किया

प्रिंस कुमार 

शिवहर, 27 मई।
जिला समाहरणालय स्थित संवाद कक्ष में गुरुवार को जिला पदाधिकारी सज्जन राजशेखर की अध्यक्षता में कई विभागों की समीक्षा बैठक की गई। जिलाधिकारी ने कोविड-19 संक्रमण से बचाव, टीकाकरण तथा एईएस व जेई यानी मस्तिष्क ज्वर (चमकी बुखार) से सुरक्षा पर उपस्थित पदाधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया।
हाउस टू हाउस सर्वेक्षण कार्य हर हाल में सुनिश्चित किया जाए-
जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित सभी एमओआईसी, डीपीओ, आईसीडीएस को निर्देश दिया कि एईएस व जेई पर प्रभावी नियंत्रण के लिए अपने-अपने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत आशा, एएनएम एवं सेविका के माध्यम से हाउस टू हाउस सर्वेक्षण कार्य हर हाल में सुनिश्चित किया जाए। सर्वे के दौरान प्रत्येक परिवार को दो ओआरएस एवं चार पैरासिटामोल का पैकेट अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने का भी डीएम ने निर्देश दिया। बैठक में डीडीसी विशाल राज, अपर समाहर्ता शंभू शरण, सिविल सर्जन डॉ आरपी सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी मोहम्मद इश्तियाक अली अंसारी व जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी कुमार विवेकानंद, मौजूद थे।

एएनएम-सेविका परिवार के मुखिया को जागरूक करेंगी
सर्वे के दौरान आशा, एएनएम एवं सेविका प्रत्येक परिवार के मुखिया को इस बात के लिए विशेष रूप से जागरूक करेगी कि कोई भी बच्चा रात में खाली पेट न सोने पाए। साथ ही आशा, सेविका, विहित प्रपत्र में सर्वे के उपरांत संयुक्त प्रतिवेदन संबंधित एमओआईसी को उपलब्ध कराएंगी ।

कोरोना टीका की भ्रांतियों को दूर किया जायेगा
डीपीओ, आईसीडीएस शिवहर एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी अपने अपने पोषक क्षेत्र के अंतर्गत कोविड- 19 टीकाकरण की भ्रांतियों को दूर करेंगे। जहां-जहां कोविड- 19 टीकाकरण के संबंध में भ्रांति फैलाई जा रही है या टीकाकरण से इनकार किया जा रहा है ऐसे स्थलों को चिह्नित कर उसकी सूची अनुमंडल पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त एवं जिला पदाधिकारी को समर्पित करने के लिए कहा गया है।
जेई टीकाकरण कराने का निर्देश
जिलाधिकारी ने समय पर जेई टीकाकरण शत प्रतिशत कराने का निर्देश दिया है। वहीं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को चिह्नित कर बाढ़ पूर्व कोविड-19 टीका से शत प्रतिशत अच्छादित करने का भी निर्देश दिया गया है। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एईएस से संबंधित बेहतर चिकित्सा हेतु दो-दो एईएस वार्ड क्रियाशील रखने का निर्देश दिया गया।

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