बादल राज
सीतामढ़ी,बिहार(मिथिला हिंदी न्यूज)माननीय मंत्री अल्पसंख्यक कल्याण विभाग बिहार सरकार सह प्रभारी मंत्री मो0 जमा खान की अध्यक्षता में समाहरणालय सीतामढ़ी स्थित परिचर्चा भवन में समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई वही मंत्री जी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के प्रभाव को टीकाकरण से ही रोका जा सकता है इसके।लिए उन्हीने कहा कहा जिले में ऑक्सिजन रीफिलिंग प्लांट की होगी स्थापना वही कोविड,बाढ़ आपदा सहित सरकार की विभिन्न योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में माननीय जनप्रतिनिधियों ने भी जनसमस्याओं से कराया अवगत एवम अपने बहुमूल्य सुझाव भी दिए। सीतामढ़ी समाहरणालय कोविड के तीसरी लहर से बचाव की तैयारी,बाढ़ आपदा जिले में चल रही सरकार की योजनाओ की समीक्षा की गई। प्रभारी मंत्री ने टीकाकरण में तेजी लाने पर बल देते हुए कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से टीकाकरण ही हमारा बचाव कर सकती है। उन्होंने कहा कि जिले में ऑक्सिजन रीफिलिंग प्लांट की शीघ्र ही स्थापना की जाएगी,इसको लेकर वे स्वयं ही सरकार से बात करेगे। कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को लेकर जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा।उन्होंने कहा कि पदाधिकारी जनप्रतिनिधियों के फोन उठाये,अगर किसी कारण से फोन नही उठा पाते है तो निश्चित रूप से कॉल बैक कर उनसे बात करे। उपस्थित माननीय जनप्रतिनिधियों ने भी बैठक में स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि, गेँहू अधिप्राप्ति, बिजली के जर्जर तारो को बदलने, सड़को की मरम्मती, नाव की उपलब्धता, वैक्सिनेशन में तेजी,बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लाभुकों को ससमय राहत राशि की उपलब्धता, वृद्धावस्था पेंशन की राशि का ससमय लाभुकों के खाते में भेजने,अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी,कोरोना मृतकों के परिजनों को ससमय राहत राशि देने आदि को लेकर अपनी बात रखी एवम उन्होंने अपने बहुमूल्य सुझाव भी दिए। इसके पूर्व जिलाधिकारी ने माननीय मंत्री सिहित सभी जनप्रतिनिधियों के स्वागत करते हुए पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से कोविड-19 को लेकर जिला प्रशासन द्वारा अबतक उठाये गए कदमों एवम बाढ़ आपदा की पूर्व तैयारियो को लेकर विस्तृत जानकारी दी।जिलाधिकारी ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री के महाअभियान बिहार में 6 माह में 6 करोड़ टीका के तहत इस जिले में भी टीकाकरण के कार्य मे तेजी लाई जा रही है। इसको लेकर घर-घर जाकर सर्वे भी शुरू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले में 18 वर्ष से ऊपर लगभग 2362057 लोगों को टीका दिया जाना है।वर्तमान में 319071 लोगो को प्रथम डोज़ एवम 46034 लोगो को द्वितीय डोज़ दिया जा चुका है। वर्तमान में पॉजिटिविटी रेट 1.48% है।अभी तक 626406 लोगो का कोरोना जाँच किया गया है। संभावित कोरोना की तीसरी लहर को लेकर भी तैयारियॉ शुरू कर दी गई है। शीघ्र ही 100 बेड का मातृ-शिशु अस्पताल शुरू हो जाएगा। सभी बेड तक पाइप लाइन से ऑक्सिजन की आपूर्ति की जाएगी,जिसको लेकर ऑक्सिजन प्लांट स्थापित करने कार्य तेजी से किया जा रहा है। डायट भवन डुमरा में जिला टीका केंद्र बनाया गया है,जगह सुबह 9 बजे से शाम 9 बजे तक टीका लगाया जाता है। जिलाधिकारी ने बाढ़ पूर्व तैयारियो के समीक्षा के क्रम में जानकारी देते हुए बताया कि वर्षापात एवम नदियों के जलस्तर पर सतत निगरानी रखी जा रही है। वर्तमान में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है।।सभी बीडीओ-सीओ सहित वरीय अधिकारी तटबंधों की नियमित रूप से निरीक्षण कर रहे है। संचार व्यवस्था को मजबूत करते हुए प्राप्त सूचना पर त्वरित करवाई को लेकर सभी आवश्यक तैयारी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि नदियों एवम जलजमाव वाले क्षेत्रों में लोग विशेषकर बच्चे नही जाय इसको लेकर व्यापक रूप से लोगो को जागरूक करने हेतु स्थानीय स्तर पर माइकिंग करने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि बाढ़ की स्थिति में तटबंधों के भीतर रहने वाले लोगो के निष्क्रमण एवं बचाव हेतु सूक्ष्म योजना बना ली गई है ताकि कम से कम समय मे इसे प्रभावी रूप से लागू किया जा सके। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नाव की कमी न हो,इसको लेकर सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे है। उन्होंने की बाढ़ राहत कार्य मे लगे यथा सामुदायिक रसोई में लगे शत-प्रतिशत लोग,नाविक सहित सभी कर्मियों को टीकाकरण अपने अंतिम चरण में है। जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि तटबंधों की कटाव या क्षतिग्रस्त होने की सूचना ससमय मिल सके इसको लेकर भी सभी आवश्यक कदम उठाए गए है। उन्होंने कहा कि सभी नगर निकाय को जल निकासी हेतु अन्य वैकल्पिक साधनों को भी तैयार रखने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि पशुचारा,राहत सामग्री की उपलब्धता,मानव एवम पशु दवाआदि की उपलब्धता को लेकर सभी तैयारियॉ कर ली गई है। वर्तमान में जिला अंतर्गत कुल 34675 पॉलिथीन शीट्स उपलब्ध है तथा अतिरिक्त 20,000 पॉलीथिन शीट्स की अधियाचना की गई है। राहत सामग्री एवं पशु चारा के लिए निविदा निकाल कर दर तय कर ली गई है। अनुसूचित जाति/जनजाति ,निराश्रित, दिव्यांगों, बीमार व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं एवं धात्री माताओं की सूची तैयार कर सभी आवश्यक तैयारी कर ली गई है।जिला अंतर्गत कुल 226 मानव शरण स्थल एवं 50 पशु आश्रय स्थल चिन्हित कर उन्हें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से टैग कर लिया गया है। सभी शरणस्थली पर सामुदायिक रसोई के लिए भी आवश्यक तैयारी कर ली गई है। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु पंचायतों में क्लोरीन टेबलेट की व्यवस्था के साथ-साथ आवश्यकतानुसार पीएचईडी के माध्यम से सभी शरणस्थलों के चापाकल की जांच भी करा ली गई है । जिला अंतर्गत सदर अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल, एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर क्लोरीन टेबलेट, ओआरएस घोल पॉकेट, हैलोजन टेबलेट, जीवन रक्षक दवाइयां, ब्लीचिंग पाउडर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। मोबाइल मेडिकल टीम एवं मेडिकल कैंप की रूपरेखा तय कर ली गई है। जिले में दो महाजाल के साथ जनरेटर सेट, पेट्रोमैक्स का आकलन कर मैपिंग कर लिया गया है। जिला अंतर्गत सभी मुख्य सड़क के यातायात के लिए सुगम है प्रखंड से पंचायतों को जोड़ने वाली क्षतिग्रस्त सड़कों को मरम्मति कर लिया गया है। गृह रक्षा वाहिनी द्वारा राहत एवं बचाव कार्य में प्रशिक्षित 13 गृहरक्षकों तथा मोटर बोट परिचालन में प्रशिक्षित 13 गृहरक्षकों की सूची तैयार कर ली गई है ।एसडीआरएफ की एक यूनिट जिला में प्रतिनियुक्त है, जिसमें 34 कार्यबल उपलब्ध है। प्रशिक्षित गोताखोरों की सूची तैयार कर ली गई है। 10 अंचलों के प्रत्येक पंचायत से 50-50 की संख्या में कुल 3300 युवकों को राहत बचाव कार्य के लिए प्रशिक्षित किया गया है ।इसके अतिरिक्त 200 आपदा मित्र को भी प्रशिक्षित भी किया गया है। इस बैठक में माननीय सदस्य बिहार विधान सभा श्रीमती गायत्री देवी, श्री मोतीलाल प्रसाद, श्री मिथलेश कुमार, श्री अनिल कुमार राम , श्री मुकेश कुमार, श्री दिलीप राय, श्री संजय कुमार गुप्ता, श्री पंकज कुमार मिश्रा, माननीय विधान परिषद सदस्य श्री देवेश चंद्र ठाकुर,श्री रामेश्वर महतो,जिला परिषद अध्यक्षा श्रीमती उमा देवी, जिलाधिकारी सुनील कुमार यादव, पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय,एडीएम मुकेश कुमार सहित कई वरीय पदाधिकारी एवम विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।