मिथिला हिन्दी न्यूज :- पेट्रोल-डीजल और एलपीजी की बढ़ती कीमतें लोगों को परेशान कर ही रही हैं, इसी बीच अब प्याज फिर रुलाने लगा है। पिछले एक महीने में प्याज की खुदरा कीमतें 40 से बढ़कर 46 रुपये हो गईं। दो महीने पहले बीस रुपये किलो के आस-पास बिकने वाला प्याज अब लगभग ढाई गुना महंगा हो चुका है। प्याज की कीमतों में इजाफा सिर्फ पटना के अलावा दरभंगा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और मधुबनी में भी हुआ है. बीते 6-7 दिनों में दरभंगा में प्याज की कीमतें अचानक बढ़ीं हैं . थोक कारोबारियों का कहना है कि नासिक से आने वाले प्याज के थोक रेट 500-700 रुपये तक बढ़े हैं. इससे प्याज की रीटेल कीमतें भी 40 से 50 रुपये किलोग्राम तक पहुंच गईं हैं, जो कि हफ्ते भर पहले तक 25-30 रुपये किलो पर बिक रहीं थीं. वहीं, सीतामढ़ी, समस्तीपुर में भी प्याज 50 से 60 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गये हैं. सप्लाई में कमी के चलते प्याज के दाम बढ़ें हैं. साथ ही बीते दिनों हुई बारिश का भी असर प्याज की फसल पर हुआ है, जिससे आवक कम हुई है. दूसरी तरफ कोरोना महामारी और फिर किसान आंदोलन के कारण निश्चित समय पर प्याज की सप्लाई नहीं हो सकी।