बिहार शिक्षा परियोजना ने फिलहाल 28 जून से 31 जुलाई तक का समय पहली से पांचवीं की पाठशाला के लिए रोजाना दो घंटे का डीडी बिहार पर बुक कराया है.
मिथिला हिन्दी न्यूज :- बिहार में अनलॉक से जुड़ी यह आज की सबसे बड़ी खबर है। बाजार के शर्तों के साथ खुलने के बाद अब शिक्षण संस्थानों की बारी है। बिहार में फिलहाल सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में नामांकित बच्चों के लिए शैक्षिक सत्र 2021-22 में पहली बार सोमवार से पढ़ाई शुरू होगी. पहली से पांचवीं कक्षा के बच्चे डीडी बिहार पर यह पढ़ाई 28 जून से आरंभ करेंगे. दोपहर में तीन से पांच बजे तक दूरदर्शन पर यह पाठशाला चलेगी. तीन से चार कक्षा एक से तीन के विद्यार्थियों के लिए जबकि चार से पांच बजे तक एक घंटा क्लास 4 और क्लास 5 के बच्चों के लिए शिक्षक उनके पाठ्यचर्या से जुड़े पाठ पढ़ायेंगे. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने यूनीसेफ के सहयोग से वीडियो पाठ तैयार कराया है. फिलहाल शिक्षा विभाग के स्तर से शिक्षण संस्थानों को खोलने की तैयारी चल रही है।- बिहार में 6 जुलाई से खुलने जा रहे स्कूल-कॉलेज, बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने एक बड़ा बयान दिया है कोरोना संक्रमण काफी कम हुए हैं अगर ऐसे ही मरीजों की संख्या कम रही तो 6 जुलाई से ऑफलाइन तरीके से खुलने लगेगी सभी शैक्षणिक संस्थान। लेकिन बताया जा रहा है कि पहले फेज में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को कोरोना प्रोटोकॉल के साथ 6 जुलाई के बाद खोला जाएगा. दूसरे चरण में हाई स्कूलों को खोला जा सकता है, जिसमें कॉल्स 9th से लेकर 12th के बच्चे शामिल होंगे. साथ ही कोचिंग संस्थान भी खोले जा सकते हैं. तीसरे चरण में प्राइमरी और मिडिल स्कूल को खोलने की बात सामने आ रही है. स्कूल खुलने के बाद कोरोना गाइडलाइन और एसओपी का पूरा ख्याल रखा जायेगा. स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थानों में फेस मास्क पहनना, हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग और सामाजिक दूरी का रखरखाव अनिवार्य होगा. शिक्षा परियोजना ने फिलहाल आज से 28 जून से 31 जुलाई तक का समय पहली से पांचवीं की पाठशाला के लिए रोजाना दो घंटे का डीडी बिहार पर बुक कराया है. बिहार शिक्षा परियोजना के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह ने पहले ही सभी जिलों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने जिले के प्राथमिक विद्यालयों के हेडमास्टर को निर्देशित करें. विभाग द्वारा एक खास व्यवस्था की गई है. पहली से लेकर 12वीं तक की डीडी बिहार पर हुई पढ़ाई की पूरी वीडियो पाठ्य सामग्री उसी दिन ई लाइब्रेरी फॉर टीचर्स एंड स्टूडेंट (ई-लॉट्स) पर अपलोड कर दी जाती है. ताकि जो बच्चे डीडी बिहार नहीं देख सकें, वे ई लाइब्रेरी पर अपनी कक्षा का पाठ देख और पढ़ सकें।