बिहार में पिछले पाँच वर्षों से पूर्ण शराबबंदी है इसके बावजूद भारी मात्रा में शराब और शराब तस्कर, शराबी पकड़े जा रहे हैं। इन सब कार्रवाइयों के बावजूद शराबबंदी पर लगाम लगता नहीं दिख रहा है। शराबबंदी के बाद बिहार में उपलब्ध शराब बिहार के बाहर से आयातित होता है और नेपाल या दूसरे प्रदेशों की सीमा से लगे जिलों में शराबबंदी सफल नहीं हो पा रहा है।
इसी के कारणों को जानने के मधुबनी के आरक्षी अधीक्षक डॉ. सत्यप्रकाश ने भारत-नेपाल सीमा के बेतौन्हा बॉर्डर का दौरा किया और खुला बॉर्डर होने से शराबबन्दी लागू करने में हो रही दिक्कतों को समझा।
एसपी ने बताया कि भारत-नेपाल के खुला बॉर्डर होने से शराब तस्करी बड़े पैमाने पर होती है और हरसम्भव प्रयास के बाद भी रोकना सफल नहीं हो पा रहा है, इसके लिए अधिक चौकसी की आवश्यकता है।"
एसपी के निरीक्षण के दौरान जयनगर डीएसपी शौर्य सुमन, जयनगर थानाध्यक्ष संजय कुमार समेत अन्य आरक्षी पदाधिकारी उपस्थित थे। बॉर्डर निरीक्षण के बाद एसपी जयनगर में कमला नदी के पास सिंचाई विभाग के निरीक्षण भवन में जाकर बैठक किये।