- बच्चों का रखें ख्याल, बच्चों को खाली पेट ना सोने दे
- बुखार लगने पर बिना समय गवाएं स्थानीय पीएचसी में पहुंचाएं
- आशा, एएनएम, सेविका/ सहायिका एवं जीविका दीदियों को डोर टू डोर भ्रमण करने को कहा
मुजफ्फरपुर। 2 जून
अभिभावक अपने बच्चों पर ध्यान दें, भूखे पेट/ खाली पेट ना सोने दे।यदि बच्चों की तबीयत बिगड़ती है तो बिना समय गवाएं स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाएं ताकि उनका समुचित इलाज हो सके।उक्त बात उन्होंने कोल्हुआ पैगंबरपुर पंचायत के उर्दू स्कूल के प्रांगण में आयोजित संध्या चौपाल में जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने कहीं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सभी सरकारी अस्पतालों में एईएस/चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों के इलाज के मद्देनजर मुकम्मल व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा कि पंचायतों/गांवो में टैग किए गए वाहनों के अतिरिक्त अन्य वाहनों से भी अस्पताल में लाने पर कोई राशि वाहन नहीं करना पड़ेगा। कहा कि सबसे जरूरी यह है कि बच्चे को ससमयअस्पताल पहुंचाया जाए। उक्त बात उन्होंने कोल्हुआ पैगंबरपुर पंचायत के उर्दू स्कूल के प्रांगण में आयोजित संध्या चौपाल में कहीं।
जिलाधिकारी ने उपस्थित आशा कार्यकर्ता ,सेविका/ सहायिका और जीविका दीदियों को संबोधित करते हुए कहा कि अपने अपने क्षेत्रों में लोगों के बीच जाकर घर-घर भ्रमण का कार्य जारी रखें। कहा कि बढ़ते तापमान के मद्देनजर अगले 20 से 25 दिनों तक पूरी सतर्कता बरतने की जरूरत है ।अतः डोर टू डोर भ्रमण करते हुए एईएस/चमकी बुखार के लक्षण और उससे बचाव की जानकारी देते रहें।
संध्या चौपाल में सेविका सहायिका के द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से चमकी बुखार को लेकर लोगों को जागरूक किया गया।
संध्या चौपाल में कांटी पीएचसी प्रभारी राजेश कुमार, एएनएम एवं आशा के द्वारा भी उपस्थित लोगों को एईएस/चमकी बुखार को लेकर विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई एवं उक्त बीमारी से बचाव के तरीकों के बारे में बताया गया।
मंच संचालन का कार्य केयर के जिला प्रतिनिधि सौरभ तिवारी द्वारा किया गया।
वही इस अवसर पर सहायक समाहर्ता श्रेष्ठ अनुपम, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कमल सिंह, डीपीएम भगवान दास वर्मा,कांटी प्रखण्ड के बीडीओ श्रीमती उमा भारती,डॉ निर्भय कुमार सिंह, मुखिया गीता देवी, केयर के कांटी प्रखंड प्रतिनिधि पियूष कुमार के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि गण भी उपस्थित थे।
आज जिले के सभी जिला स्तरीय एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के द्वारा अपने गोद लिए हुए पंचायतों में पहुंचकर संध्या चौपाल का आयोजन किया गया।
संध्या चौपाल में स्थानीय परिवारों को चमकी बुखार के लक्षण उससे बचाव की जानकारी उपलब्ध कराने के साथ सरकार द्वारा की गई व्यवस्था की जानकारी भी उपलब्ध कराई गई।