पप्पू कुमार पूर्वे
बिहार के सीएम नीतीश कुमार कहते है की सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल-नल योजना पूरे बिहार मे अच्छी तरह काम कर रही है। हर-घर को जल मिल रहा है। पदाधिकारियों द्वारा गुणवता पूर्ण काम पूरा होने के दावे किए जा रहे है, जबकि धरातल पर हकीकत कुछ और है। कई जगह काम अधूरा है एवं कई जगह ग्रामीणो द्वारा गुणवता पूर्ण काम नही होने की शिकायत मिल रही है। ऐसा लग रहा है की नल-जल योजना जनप्रतिनिधियो के लिए खजाने की चाभी है, जिसमे बिना कोई डर के लूट-खसोट जारी है। जिसकी पदाधिकारियो से शिकायत करने के बावजूद कार्रवाई नही होने से ग्रामीणो मे आक्रोश है।ऐसा ही एक गड़बड़ी का मामला मधुबनी जिला के रहिका प्रखंड के गाँव डुमरी के चौधरी टोला वार्ड नंबर 12 से प्रकाश मे आया है, जहाँ ग्रामीणो ने नल-जल योजना के अन्तर्गत हो रहे जलमीनार निर्माण मे टैंक एवं अन्य सामग्री डुप्लीकेट लगाने का ग्रामीणो ने आरोप लगाया है।
ग्रामीण दशरथ चौधरी ने बताया की दो साल पहले नल-जल योजना के अन्तर्गत जलमीनार के निर्माण हेतु जगह उपलब्ध नही रहने पर दिक्कतों को देखते हुए हमने जलमीनार निर्माण हेतु अपनी जमीन मुखिया से बात करके दी, फिर भी काम नही शुरुआत नही किया गया। कई बार वरीय पदाधिकारियों के शिकायत के बाद काम तो शुरू हुआ, लेकिन इस काम मे काफी गड़बड़ी की जा रही है। जलमीनार के निर्माण मे प्रयोग की जाने वाली टैंक एवं अन्य सामग्री डुप्लीकेट लगाई जा रही है।वही जलमीनार निर्माण मे डुप्लीकेट सामान लगाने की पुष्टि करते हुए अन्य ग्रामीणो मे कपिलदेव चौधरी, रणधीर कुमार चौधरी, केदार चौधरी, रामलाल चौधरी, प्रदीप चौधरी ने बताया की जलमीनार के ऊपर लगाने के आए हुए पांच हज़ार के लीटर टैंक मे आईएसआई मार्का मशहूर कंपनी आशीर्वाद का मोहर लगा हुआ है, जिसे हाथ से मिटाने पर मिट रहा है। साथ ही आए हुए पाइप मे टाटा की जगह दिग्भ्रमित करते हुए आटा लिखा हुआ है, जिससे शक हुआ की यह सभी सामान डुप्लीकेट है। ग्रामीणो ने आरोप लगाया है की यहाँ नल-जल योजना मे हो रहे कार्यो मे मिलीभगत से ओरिजनल की जगह डुप्लीकेट सामान लगाने का गंदा खेल खेला जा रहा है।
ग्रामीण रणधीर कुमार चौधरी ने बताया की जलमीनार मे लगाए जा रहे टैंक की ओरिजनलिटी के हमने आशीर्वाद कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर से भी पुष्टि की है, तो उन्होने इसे डुप्लीकेट बताया। साथ ही उन्होने यह भी बताया आशीर्वाद कंपनी द्वारा पांच हज़ार लीटर की क्षमता वाली टैंक की निर्माण ही नही करती है। आशीर्वाद कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर से बात करने एवं उसको टैंक व उसपर लिखे गए नाम की फोटो भेजने का मेरे पास व्हाट्सएप चैट भी मौजूद है, जिसमे कंपनी ने टैंक की डुप्लीकेट होने की पुष्टि की है।इन सभी बातो की शिकायत पदाधिकारियों से करने के बावजूद कार्रवाई नही हो रही है।