•दिव्यांग लाभार्थियों को भी टीकाकरण में दी जायेगी प्राथमिकता
•सरकारी केंद्रों पर दिया जा रहा है नि:शुल्क टीकाकरण
•विभागों व जनप्रतिनिधियों की मदद से किया जा रहा जागरूक
सीतामढ़ी / 01 जून।
जिले में वैश्विक महामारी से बचाव के लिए टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकरण अभियान को गति देने के उद्देश्य से अहम निर्णय भी लिये जा रहे है। अब पूर्व पंजीकृत लाभार्थियों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन करना है। भारत सरकार के निर्देशानुसार जिले में कोविन पोर्टल पर पंजीकरण के आधार पर कोविड का टीकाकरण किया जा रहा है। इसके लिए कोविड पोर्टल पर ऑनलाइन एवं ऑनसाइट पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध है। इस संबंध में राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एनके सिन्हा ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया है । जारी पत्र में कहा गया है जिलान्तर्गत संचालित कोविड 19 टीकाकरण के लिए सत्र स्थल पर पूर्व से ऑनलाइन पंजीकृत लाभार्थियों का प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण कराना सुनिश्चित किया जाय, इसके पश्चात् ही ऑनसाइट पंजीकरण करने वालों का टीकाकरण कराया जाय।
दिव्यांग लाभार्थियों को मिलेगी प्राथमिकता:
जिले में 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग के बिहार के निवासियों का कोविड 19 टीकाकरण राज्य संसाधन स्तर से क्रय कर सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में निःशुल्क किया जा रहा है। इसी प्रकार 45 वर्ष या इससे अधिक आयुवर्ग के नागरिकों का भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये वैक्सिन द्वारा कराया जा रहा है। सभी दिव्यांगजनों को कोविड 19 महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण संबंधित निर्गत दिशा निर्देश के आलोक में 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग के लाभार्थियों का राज्य संसाधन द्वारा उपलब्ध कराये गये वैक्सिन से टीकाकरण किया जा रहा है। वहीं 45 वर्ष या इससे अधिक आयुवर्ग के लाभार्थियों का भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये वैक्सिन से सहायक निदेशक, जिला सामाजिक सुरक्षा-सह- दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग से समन्वय स्थापित कर कोविन पोर्टल पर इस श्रेणी के लाभार्थियों का पंजीकरण कराते हुय प्राथमिकता के आधार पर कोविड 19 का टीकाकरण कराना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही यदि किसी केन्द्र पर इस श्रेणी के लाभार्थी आते हैं तो वहां भी इन्हें प्राथमिकता देते हुए इनका टीकाकरण कराने के निर्देश दिए गए हैं।
विभागों व जनप्रतिनिधियों की मदद से किया जा रहा जागरूक :
कई विभागों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मदद से जागरुकता अभियान चलाए जा रहे हैं। इनमें प्रखंड स्तर पर प्रतिनियुक्त कोविड-19 के नोडल अधिकारी, बीडीओ, संबंधित कार्यालय के अधिकारी, कर्मी, स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस एवं सहयोगी संस्थाओं में यूनिसेफ, डब्ल्यूएचओ, केयर इंडिया के साथ स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा सामुदायिक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। ताकि अधिक से अधिक लाभार्थियों को टीकाकरण कराया जा सके। ज़िले के विभिन्न गांवों में कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए सामुदायिक स्तर पर बैठक आयोजित कर लोगों को टीकाकरण के फायदे के बारे में जानकारी दी जा रही है। आईसीडीएस द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविका, सहायिकाओं एवं आशा कार्यकर्ताओं द्वारा डोर टू डोर भ्रमण कर हर तरह के समुदाय को कोविड-19 टीकाकरण के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
दोनों डोज लेने के बाद हीं पूरा होगा टीकाकरण:
सिविल सर्जन डॉ राकेश चन्द्र सहाय वर्मा ने बताया कि पंचायत, प्रखंड व जिला स्तर पर विभिन्न माध्यमों के द्वारा भी सामुदाय के लोगों को कोविड-19 टीकाकरण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। मस्जिद के इमाम एवं मंदिर के पुजारी द्वारा समुदाय के लोगों को कोरोना से बचाव तथा इससे सुरक्षित रहने के लिए अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। दूसरी ओर जिले के युवा भी टीकाकरण को लेकर उत्साहित हैं। लेकिन, जानकारी के अभाव में कई लोग यह सोच रहे हैं कि टीके का एक डोज लेने के बाद वह संक्रमण से बच सकते हैं। जो सरासर गलत है। वह गलत फहमी न पालें। जब तक कोई भी लाभार्थी टीके का दोनों डोज नहीं ले लेता, तब तक वह संक्रमण की संभावना से बचा नहीं जा सकता। इसलिए संक्रमण से बचने के लिए टीके का दोनों डोज आवश्यक है।
ऐसे रोकें संक्रमण का प्रसार:
•एक साथ 2 मास्क का प्रयोग करें
•आंतरिक स्थानों पर वायु संचार सुनिश्चित करें
•दूरी बनायें रखने की संभव प्रयास करें
•साबुन से नियमित हाथ साफ़ करते रहें
•कोविड मरीजों को अलग कमरे में रखें
•सतहों को नियमित रूप से कीटाणुनाशकों से नियमित रूप से साफ़ करें