मिथिला हिन्दी न्यूज :- मिथिला पेंटिंग को जो महत्व दिया गया है उसी तर्ज पर भोजपुरी पेंटिंग को लेकर रेलवे को दर्जा देना होगा इसको लेकर भोजपुरी कला संरक्षण मोर्चा 39 दिनों से आंदोलन कर रहा था। रेलवे के आश्वासन के बाद शुक्रवार को आंदोलन को समाप्त किया गया। पूर्व मध्य रेलवे के वरीय मंडल अभियंता अमित गुप्ता और रेलवे के अन्य पदाधिकारियों ने धरनास्थल पर आकर भोजपुरी पेंटिंग को उचित सम्मान देने के लिए लिखित आश्वासन दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भविष्य में पूर्व मध्य रेलवे भोजपुरी इलाके के रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों के डिब्बों पर भोजपुरी पेंटिंग को स्थान देगी। शनिवार को स्थानीय रेलवे स्टेशन पर भोजपुरी पेंटिंग को अंकित करने के लिए मोर्चा को स्थान निर्धारित कर दिया जाएगा।रेलवे में सबसे पहले मिथिला की मधुबनी पेंटिंग को स्थान मिला। फिर भागलपुर की मंजूषा कला को। भोजपुरी बिहार की तीसरी पेंटिंग है, जिसे रेलवे में स्थान मिलने जा रहा है। भोजपुरी की शुरुआत पूर्व मध्य रेलवे के आरा जंक्शन से होने जा रही है। भविष्य में इसका विस्तार रेलवे के अन्य जोन तक संभव है।