मिथिला हिन्दी न्यूज :- आज मोदी मंत्रीमंडल का विस्तार में जो मंत्रालय दिया गया है उसमें भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह केंद्र में ग्रामीण विकास मंत्री बने हैं । अपनी राजनीतिक यात्रा में सबसे पहले वे वर्ष 2002 में बिहार विधान परिषद के सदस्य बने। लगातार दो टर्म में वर्ष 2014 तक वे विधान पार्षद रहे। इस दौरान नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल की पहली पारी के दूसरे विस्तार में गिरिराज सिंह 2008 से 2010 तक सहकारिता मंत्री तथा दूसरी पारी में 2010 से 2013 तक पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री बने। 2014 के लोकसभा चुनाव में वे पहली बार नवादा से सांसद चुने गए थे। वर्ष 2017 में मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार के समय गिरिराज सिंह को पहली बार केन्द्र में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की जिम्मेवारी मिली थी।
बड़ी खबर गिरिराज सिंह बने ग्रामीण विकास मंत्री
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يوليو 07, 2021
संवाद
मिथिला हिन्दी न्यूज :- आज मोदी मंत्रीमंडल का विस्तार में जो मंत्रालय दिया गया है उसमें भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह केंद्र में ग्रामीण विकास मंत्री बने हैं । अपनी राजनीतिक यात्रा में सबसे पहले वे वर्ष 2002 में बिहार विधान परिषद के सदस्य बने। लगातार दो टर्म में वर्ष 2014 तक वे विधान पार्षद रहे। इस दौरान नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल की पहली पारी के दूसरे विस्तार में गिरिराज सिंह 2008 से 2010 तक सहकारिता मंत्री तथा दूसरी पारी में 2010 से 2013 तक पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री बने। 2014 के लोकसभा चुनाव में वे पहली बार नवादा से सांसद चुने गए थे। वर्ष 2017 में मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार के समय गिरिराज सिंह को पहली बार केन्द्र में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की जिम्मेवारी मिली थी।
मिथिला हिन्दी न्यूज :- आज मोदी मंत्रीमंडल का विस्तार में जो मंत्रालय दिया गया है उसमें भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह केंद्र में ग्रामीण विकास मंत्री बने हैं । अपनी राजनीतिक यात्रा में सबसे पहले वे वर्ष 2002 में बिहार विधान परिषद के सदस्य बने। लगातार दो टर्म में वर्ष 2014 तक वे विधान पार्षद रहे। इस दौरान नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल की पहली पारी के दूसरे विस्तार में गिरिराज सिंह 2008 से 2010 तक सहकारिता मंत्री तथा दूसरी पारी में 2010 से 2013 तक पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री बने। 2014 के लोकसभा चुनाव में वे पहली बार नवादा से सांसद चुने गए थे। वर्ष 2017 में मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार के समय गिरिराज सिंह को पहली बार केन्द्र में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की जिम्मेवारी मिली थी।