मिथिला हिन्दी न्यूज :- आजाद ही जिया वो, आजाद ही मरा वो, आजाद की बदौलत आजाद आज भारत,,महान क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को एक धारदार रूप देते हुए तात्कालीन युवायो में जोश जगाने का काम किया। दुर्भाग्यवश अपनों के धोखे से आजाद भारत में सांस नहीं ले पाए। परन्तु एक शेर की तरह अपने युवावस्था को देश की आजादी के लिए न्योछावर कर दिया। उक्त बाते समाजवादी विचार मंच के अध्यक्ष रीतेश कुमार गुड्डू ने चंद्रशेखर आजाद जयंती समारोह में कहा। रीतेश कुमार गुड्डू ने कहा कि आजादी के प्रथम योद्धा चंद्रशेखर आजाद ही थे जिन्हें क्रांतिकारी सहयोगी पंडित जी के नाम से पुकारते थे।जबतक भारतवर्ष और क्रांति के दीवाने रहेंगे चंद्रशेखर आजाद दुनिया भर के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बने रहेंगे।इस अवसर पर मंच के वरीय उपाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह राजू ने चंद्रशेखर आजाद के जीवन वृत्त पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक गरीब ब्राह्मण परिवार में जन्मे आजाद ने अपने जीवन को देश की आजादी के लिए समर्पित कर अंग्रेजो के खिलाफ तात्कालीन भारतवर्ष में युवाओं के दिलो में आजादी की लौ जलाने का काम किया। कार्यक्रम की शुरुआत में उपस्थित सभी लोगो ने सर्व प्रथम चंद्रशेखर आजाद की तैलचित्र पर फूल चढ़ाया और उनके जीवन एवं विचारो से प्रेरणा लेने का प्रण लिया। विचार व्यक्त करने वालो में सर्वश्री दिनेश प्रसाद, राजेश कुमार झा, विकाश कुमार सिंह, मोहन पासवान, रमेश पासवान, सुधीर कुमार द्विवेदी, विजय कुमार गिरि, भूलन झा, सुभाष कुमार दास, विजय कुमार वर्मा,सहित कई लोग थे।