मिथिला हिन्दी न्यूज :- इस वक्त सबसे बड़ी खबर आ रही उत्तराखंड से जंहा राजनीतिक घटनाक्रम जल्दी से बदल रहा है। अभी अभी मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इस्तीफा दिया है। उत्तराखंड में अगले साल चुनाव होना है। विधानसभा चुनाव का एक साल से कम समय होने पर उपचुनाव नहीं कराया जाता। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अभी विधानसभा के सदस्य नहीं है और उन्हें मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए विधानसभा का सदस्य बनना पड़ेगा, जबकि वहां चुनाव संभव नहीं। इस कारण से उत्पन्न संवैधानिक संकट को टालने के लिए उनकी जगह किसी दूसरे को उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।पौड़ी से लोकसभा सांसद रावत ने इसी साल 10 मार्च को मुख्यमंत्री का पद संभाला था। अपने पद पर बने रहने के लिए 10 सितम्बर तक उनका विधानसभा सदस्य निर्वाचित होना संवैधानिक बाध्यता है।
प्रदेश में फिलहाल विधानसभा की दो सीटें, गंगोत्री और हल्द्वानी रिक्त हैं, जहां उपचुनाव कराया जाना है। चूंकि राज्य में अगले ही साल फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होना प्रस्तावित है और इसमें साल भर से कम समय बचा है, ऐसे में कानून के जानकारों का मानना है कि उपचुनाव कराए जाने का फैसला निर्वाचन आयोग के विवेक पर निर्भर करता है।