मिथिला हिन्दी न्यूज :- 1995 में जनता दल के टिकट पर मसरख से चुनाव जीते दिवंगत विधायक अशोक सिंह की पुण्यतिथि पर आज उनके अपने लोगों ने ही उनकी पत्नी और बच्चों को बेगाना कर दिया घर में ही उनकी पुण्यतिथि होली पर घर में ही मौजूद उनके पुत्र को उसमें शामिल नहीं किया गया यह हम नहीं कह रहे हैं यह आरोप लगा रही हैं दिवंगत विधायक अशोक सिंह की पत्नी चांदनी देवी.
चांदनी देवी दिवंगत विधायक अशोक सिंह की विधवा है जो बरसों से गुमनामी की जिंदगी जी रही है चर्चा है कि इस बार मसरख से यह जिला परिषद का चुनाव लड़ेंगी इनके पुत्र सिटृटू और बिट्टू भी अब पिता की विरासत को संभालने के लिए तैयार है आज पति के पुण्य तिथि के अवसर पर उनका आक्रोश सामने नजर आने लगा जब उनके ही परिवार के कुछ सदस्यों ने राजनीतिक लाभ के लिए उनके पति के पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित किया और उन्हें बुलाया तक नहीं चांदनी देवी कहती हैं कि अब तो हद हो गई है अपने ही घर में बेगाना कर दिया गया जो लड़ाई वह लड़ रही है वह न्याय और अन्याय की लड़ाई है जिन्हें उनका साथ देना चाहिए वह पैर खींचने में लगे हुए हैं पर उनका हौसला कमजोर नहीं है वे अंतिम दम तक अपनी लड़ाई खुद से लड़ेंगे और उन्हें बनियापुर व महाराजगंज की जनता पर पूरा भरोसा है आने वाला समय निर्धारित करेगा कि उनका राजनीति में क्या वजूद होगा उन्होंने अपना सब कुछ त्याग दिया है पति को खो दिया उनकी विरासत पर परिवार के लोग कई बार विधायक हुए लेकिन उनके आंसुओं को पोछने का काम किसी ने नहीं किया उनके आंसुओं को पोछने का काम महाराजगंज बनियापुर की जनता करेगी वे अब सक्रिय राजनीति में वापसी कर चुकी हैं अपने पुराने लोगों से मिलना जुलना जारी है समर्थकों का विश्वास उनके ऊपर आज भी बना हुआ है।