मिथिला हिन्दी न्यूज :- जो दवा स्क्रीन पर दिख रही है वह इंजेक्शन है इसका इस्तेमाल ब्लैक फंगस के शिकार लोगों के लिए होता है फिलहाल पटना एम्स में अपुष्ट सूत्रों के अनुसार 500 से ज्यादा ब्लैक फंगस के शिकार लोग भर्ती हैं जिनका इलाज चल रहा है जिन लोगों को कोरोनावायरस उन्हीं लोगों को फंगस हुआ है इस कारण से खतरा कुछ ज्यादा ही है इन्हीं मरीजों में एक मरीज है छपरा जिला के एकमा निवासी शशि भूषण सिंह इनका भी इलाज चल रहा है जो गंभीर अवस्था में जिस इंजेक्शन की तस्वीर लगी हुई है वह इंजेक्शन प्रतिदिन 6 फाईल लगनी है ऐसा नहीं है कि एम्स के पास यह इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे कहते हैं कि 500 फाईल उपलब्ध कराई गई जबकि एम्स के डायरेक्टर कहते हैं कि 250 फाईल उपलब्ध है। सिवान की जदयू सांसद कविता सिंह ने खुद फोन कर कर इस आशय की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री और एम्स पटना के निदेशक से लिया है अब असली खबर को जानिए जो व्यक्ति एम्स में इलाज रत है उनकी पत्नी को भी ब्लैक फंगस हुआ है स्थिति गंभीर है उनका मेजर ऑपरेशन भी हुआ है और उन्हें यह इंजेक्शन प्रतिदिन लगना है जिसके लिए एम्स में ₹40000 भी शुक्रवार को उनकी तरफ से जमा करवाए गए है बावजूद इसके शनिवार देर शाम तक एक भी इंजेक्शन होने नहीं लगा है। जब इस बाबत एम्स के निदेशक से जानकारी लेने के लिए फोन किया गया तब उनके तरफ से कोई जवाब नहीं मिला। एम्स में कोविड-19 प्राभारी ने भी इस विषय पर कुछ भी बोलने से परहेज किया जबकि उन्हें बताया गया कि खुद स्वास्थ्य मंत्री ने इस मामले में कहां है कि इंजेक्शन उपलब्ध है।