मिथिला हिन्दी न्यूज :- बिहार में किसान आंदोलन को धारदार करने में जिन का सबसे अग्रणी नाम है वह है बिहार के पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह का जो बिहार के किसानों के हक की लड़ाई अगस्त से और तेज करने जा रहे हैं बिहार में किसान नेता टिकैत को आमंत्रित किया है नरेंद्र सिंह ने वरिष्ठ पत्रकार अनूप नारायण सिंह से खास बातचीत में कहा कि किसानों के साथ केंद्र सरकार हकमारी कर रही है किसान गरीब होते जा रहे हैं बिचौलिए मालामाल होते जा रहे हैं उत्पादों का उचित मूल्य किसानों को नहीं मिल पा रहा है किसानों के लिए आवाज उठाने वाले लोगों को सरकार दबाना चाहती है लेकिन इस लोकतांत्रिक देश में ऐसा संभव नहीं विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पूरे देश में विपक्ष नाम का कोई चीज नहीं विपक्ष की जो भूमिका होनी चाहिए उन नगण्य है ऐसे में सत्तापक्ष निरंकुश होता चला जा रहा है पूरे देश को निजीकरण के तरफ धकेल दिया गया है जबकि देश में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है सरकारी नौकरियों के लिए युवा दिन रात कठिन परिश्रम करते हैं रेलवे बैंक और तमाम बड़ी रोजगार देने वाली ईकाईयों को केंद्र सरकार निजी हाथों में सौंप रही है देश की जनता ने केंद्र में जिन्हें सत्ता संभालने का मौका दिया वे लोग गरीबी जैसे मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए सिर्फ जुमलेबाजी करते हैं जनता ठगा हुआ महसूस कर रही है। पेट्रोलियम उत्पादों के दाम में विगत 5 वर्षों में सीधे दुगुने का इजाफा हुआ है जिस कारण से खाने-पीने की वस्तुओं के दाम भी बढ़े है।सरकार महंगाई पर चर्चा नहीं करना चाहती आम आदमी की थाली से भोजन गायब होते जा रहा है लोगों की नौकरियां समाप्त होते जा रही है कोरोना जैसी महामारी ने देश की अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया है ऐसे में सरकार की क्या भूमिका होनी चाहिए यह जनता जानना चाह रही है। सिर्फ अच्छे दिनों की आस जगाकर देश की जनता को ठगने का काम किया जा रहा है देश में एक सशक्त विपक्ष तैयार करने के लिए पूरे देश भर में व्यापक जन आंदोलन की तैयारी चल रही है है।