मिथिला हिन्दी न्यूज :- भगवान शिव का प्रिय श्रावण का महीना 25 जुलाई रविवार से शुरू हो रहा है। इस बार श्रावण में चार सोमवार शामिल है। श्रावण के महीने की शुरूआत 25 जुलाई रविवार के दिन शुरू होकर 22 अगस्त रविवार को संपन्न होगी। वहीं पिछले साल की भांति इस साल भी श्रावण की शुरूआत से ठीक पहले चंद्र ग्रहण लगेगा। ये चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसके अतिरिक्त कोरोना काल के चलते शिवालयों में पहले ही कई तरह की पाबंदी लगी हुई है। श्रद्धालुओं को कुछ नियम के तहत ही पूजा अर्चना करने की इजाजत है। बिहार में अनलॉक में भी यह नियम व कायदे कायम रहेंगे।
श्रावण माह का प्रत्येक दिन खास है। नागेश्वर नाथ मंदिर सीतामढ़ी शिवलिंग की पूजा होगी। घर पर प्रतिदिन श्रद्धालु मिट्टी से बने शिवलिंग की पूजा करेंगे और पूजा अर्चना के बाद जल में इसको विसर्जित किया जाएगा। इस बार कोरोना वायरस को देखते हुए श्रावण माह में श्रद्धालु के लिए विशेष तैयारियां की गई है। मंदिर में एक समय में केवल पांच श्रद्घालु ही जलाभिषेक कर सकेंगे। उससे पूर्व मंदिर में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु की स्क्रीनिंग की जाएगी तथा मंदिर में लगी मशीनों से उनको सैनिटाइज किया जाएगा। मंदिर में किसी को भी घंटी बजाने की अनुमति नहीं है। इसके अतिरिक्त मंदिर की ओर से जलाभिषेक के लिए किसी भी श्रद्धालु को कोई बर्तन नहीं दिया जाएगा बल्कि उनको घर से ही प्रबंध करना होगा।
प्रत्येक दिन गंगा जल दूध, दही, घी, गन्ने का रस व शहद से भगवान शिव का अखंड रुद्राभिषेक होगा। इसके अलावा शाम को फल, फूल, मिठाई, ड्राई फ्रूट, रंग, सब्जी, अनाज, चावल, गेहूं से भगवान शिव का भव्य श्रृंगार भी किया जाएगा।
आखिर सोमवार को होंगे बाबा अमरनाथ के दर्शन
मंदिर कोरोना काल के चलते सरकार की ओर कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसे में बाबा अमरनाथ की यात्रा पर भी संशय बना हुआ है, लेकिन इस बार श्रावण में श्रद्धालुओं मंदिर में ही बाबा अमरनाथ बर्फानी के दर्शन होंगे। मंदिर की ओर से इसकी तैयारी की गई है। श्रद्धालु श्रावण माह के आखिरी सोमवार 22 अगस्त 2021 को मंदिर परिसर में बाबा अमरनाथ के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर परिसर में विशेष रूप से बर्फ से बना शिवलिंग तैयार किया जाएगा।
25 जुलाई 2021 रविवार