भगवान गणेश प्रथम पूजनीय देव हैं और हर शुभ कार्य से पहले उनकी पूजा की जाती है। इसलिए सावन के हर बुधवार के दिन गणेशजी को मूंग के लड्डु का भोग लगाएं और अगर मूंग के लड्डु संभव नहीं है तो आप गुड़ का भी भोग लगा सकते हैं। ऐसा आप लगातार सात बुधवार जरुर करें।भगवान गणेश को लड्डु बहुत प्रिय हैं, इससे वह जल्द प्रसन्न होते हैं और मनवांछित फल प्रदान करते हैं।
वहीं पूजा के बाद आप अपने समार्थ्य के अनुसार, तांबे के बर्तन और मूंग की दाल गरीबों को दान कर सकते हैं।
शास्त्रों में भगवान गणेश को विघ्नहर्ता माना गया है इसलिए सावन बुधवार के दिन भगवान गणेश को हरी दूर्वा जरुर चढ़ाना चाहिए।
कहा जाता है कि पार्वती पुत्र को हरी दूर्वा चढ़ाने से वह भक्तों पर सैदव अपनी कृपा बनाए रखते हैं और विघ्नहर्ता अपने भक्तों के सभी विघ्नों को दूर करते हैं और आशीर्वाद बनाए रखते हैं। ध्यान रखें कि दूर्वा की 11 या 21 गांठ ही भगवान गणेश को चढ़ाएं।
मान्यता के अनुसार सावन बुधवार के दिन गणेश चालीसा और गणेश स्त्रोत का 11 बार पाठ करें। नारद पुराण में बताया गया है कि इनका पाठ करने से जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं और अगर यह सावन में किया जाए तो यह विशेष फलदायी होता है। श्रीगणेश सुखकर्ता व दु:खहर्ता हैं, इसका पाठ करने से घर परिवार में सुख-शांति होने की प्रबलता होती है।