दरभंगा के चौधरी सिनेमा और अचलचित्र के बैनर तले बन रही हिन्दी मूवी "NO ROAD HOME" में मिथिला की संस्कृति के साथ-साथ पलायन और बेरोजगारी जैसे ज्वलंत समस्या को प्रेम कहानी के माध्यम से रुपहले पर्दे पर दर्शाने का प्रयास किया गया है.इस फिल्म में बॉलीवुड के साथ-साथ स्थानीय कलाकार भी प्रमुखता से नजर आएंगे.फिल्म की अधिकांश शूटिंग दरभंगा के अलग- अलग हिस्सों में की गयी है.
फिल्म के शूटिंग पूरा होने के अवसर पर शनिवार को दरभंगा के पॉल कैफेटेरिया में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में फिल्म के लेखक/निर्देशक पार्थ सौरभ ने बताया की ग्रामीण संस्कृति के साथ साथ यहां के जीवन के उच्च आदर्श मूल्यों और जन समस्या को दर्शाती हिंदी फिल्म "नो रोड होम" में बिहारी भाषा के साथ-साथ यहां के बेरोजगारी और पलायन से उतपन्न जन समस्याओं को बखूबी पर्दे पर उतारने का प्रयास किया गया है.पार्थ ने कहा कि कोरोना काल के आपदा को अवसर के रूप में देखते हुए इस हिन्दी फीचर फिल्म का निर्माण स्थानीय स्तर पर किया है. फिल्म की कहानी एक प्रेमी की है जो दो साल पहले दरभंगा से प्रेम होने और परिवार के डर से बड़े शहर भाग जाते है. और दोनों दिल्ली मे रह रहे होते है इस बीच लॉक डाउन के कारण हीरो की नौकरी चली जाती है जिसके कारण उन्हें वापस दरभंगा लौटना पड़ता है और कई तरह का उतार चढ़ाव होते है जिसे खूबसूरत फिल्माकंन के माध्यम से दिखाया गया है.पार्थ ने कहा कि 2022 तक यह फिल्म प्रदर्शित होगा.
इस अवसर पर फिल्म की अभिनेत्री तानिया खान झा ने कहा कि मिथिला क्षेत्र खासकर दरभंगा की लोकेशन काफी अच्छी है यहाँ फिल्म निर्माण से जुड़ी बहुत सम्भावनाए है आवश्यकता है मिथिला क्षेत्र को प्रमोट करने की. उन्होंने कहा कि इस फिल्म में उनका किरदार को काफी अच्छी तरह से फिल्माया गया है.
वही फ़िल्म के अभिनेता सीतामढ़ी के रहने वाले वर्तमान में बॉलीवुड में सक्रिय अभिनव झा ने बताया की फिल्म में क्षेत्रीयता को प्रमुखता से स्थान दिया गया है जिससे कि नवोदित प्रतिभाओं को अपने हुनर को निखारने का पूरा अवसर मिले.वही फिल्म के संयुक्त निर्माता अचल मिश्रा ने कहा कि हमलोगों का प्रयास है कि मिथिला क्षेत्र में फिल्म निर्माण को गति मिले जिससे स्थानीय कलाकारों को अधिक से अधिक अवसर मिलसके. अचल ने बिहार सरकार से मांग किया कि अन्य राज्यों की तरह बिहार में भी फिल्मनिर्माण को गति दे सरकार.
फिल्म में मुख्य किरदार के रूप में तनया खान झा, अभिनव झा, धीरज कुमार, शील निधि, निकिता गुप्ता, अभिषेक राठौड़, सागर सिंह है जब कि प्रदीप विग्नवेलुजब कि तकनीक सहयोग अंकुश प्रसाद
प्रशांत राणा आदि ने अपनी भूमिका अदा की है. इस मौके पर एम एल एस एम में मैथिली की प्रध्यापिका उषा झा,डॉ संजीव कुमार चौधरी,विमलकांत चौधरी,राजीव सहाय ,नरेंद्र मिश्रा,डॉ बीएन दास,राजीव चौधरी,पंकज कुमार चौधरी आदि मौजूद थे.