मिथिला हिन्दी न्यूज :- प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापक अब बच्चों को बुलाने के लिए घर-घर दस्तक देंगे। वह 7 दिनों तक स्कूल नहीं आने वाले बच्चों को घर से लेकर आएंगे। स्कूलों में बच्चों के नामांकन के बाद भी उपस्थिति कम होने पर शिक्षा विभाग जागा है। विभाग ने शिक्षकों को पत्र जारी कर विद्यालय में बच्चों की नियमित उपस्थिति और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए विभाग ने जिम्मेदारी तय कर दी है. वहीं 75 फीसदी उपस्थिति का लक्ष्य हासिल करने के लिए विद्यालय प्रधान के साथ ही विद्यालय के सभी शिक्षक और समन्वयक को जिम्मेदार बताया गया है.साथ ही यह भी कहा गया है कि यदि कोई छात्र एक सप्ताह तक लगातार स्कूल में अनुपस्थित रहता है, तो प्रधानाध्यापक उसके अभिभावक से संपर्क कर विद्यालय नहीं आने का कारण जानेंगे. इसके लिए अलग से रजिस्टर बनाने को भी कहा गया है.