मिथिला हिन्दी न्यूज :- इस वक्त सबसे बड़ी खबर आ रही है राजनीतिक गलियारों से जहां सीपीआई नेता कन्हैया कुमार और गुजरात के वडगाम विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी कांग्रेस में शामिल होंगे. 28 सितंबर को शहीद भगत सिंह की जयंती है. इससे पहले जानकारी सामने आई थी कि कन्हैया कुमार कांग्रेस पार्टी के संपर्क में हैं. बीते दिनों उनकी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात भी हुई थी। उनकी पिछले दिनों राहुल गांधी से दो बार मुलाकात हो चुकी है। दोनों मुलाकात के दौरान प्रशांत किशोर मौजूद रहे हैं । बता दें कि सबसे पहले भास्कर ने कन्हैया के कांग्रेस में जाने की खबर ब्रेक की थी ।कन्हैया के कांग्रेस में जाने की चर्चा तब हुई , जब उन्होंने सीपीआई मुख्यालय में अपना दफ्तर खाली कर दिया । सीपीआई के अंदर कन्हैया को लेकर लोकसभा चुनाव के बाद से ही सवाल उठने लगे थे । सूत्रों के मुताबिक़ सीपीआई की हैदराबाद में हुई बैठक में उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया था । बिहार में लगातार कमजोर हो रही कांग्रेस कांग्रेस को पिछले 5 विधानसभा चुनावों में कोई खास सफलता नहीं मिली है ।फरवरी 2005 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 10 सीट मिली थी , जो अक्टूबर 2005 में घटकर 9 रह गई । 2010 के विधानसभा चुनाव में तो कांग्रेस को महज 4 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था । 2015 विधानसभा चुनाव में जब RJD और JDU के साथ कांग्रेस महागठबंधन का हिस्सा बनी तो पार्टी को 27 सीटों पर जीत मिली थी । 2020 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में रहने के बाद भी कांग्रेस महज 19 सीटें जीत सकी । वहीं , लोकसभा चुनाव 2019 में तो कांग्रेस को बिहार में एक सीट मिली थी । अपने पुराने परिणाम को देखते हुए कांग्रेस अब बिहार में नए नेतृत्वकर्ता के रूप में कन्हैया को लाना चाहती है । जेएनयू में लगे देश विरोधी नारों के बाद कन्हैया चर्चा में आए थे कन्हैया 2015 में जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष बने थे । जेएनयू में लगे देश विरोधी नारों के बाद कन्हैया का नाम सभी की जुबान पर आ गया । 2019 में बेगूसराय से सीपीआई के प्रत्याशी के रूप में लोकसभा चुनाव में उतरे तो उनका सामना BJP के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह से हुआ । गिरिराज ने उन्हें 4 लाख 22 हजार वोट के बड़े अंतर से हराया ।
इसके बाद से पार्टी में उनको तरजीह देना कम कर दिया । इससे पहले कन्हैया बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मिले थे? इस साल भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात हो चुकी है । तब अटकलें यह भी लगने लगी थी कि कन्हैया जदयू में शामिल हो जाएंगे , लेकिन यह संभव नहीं था क्योंकि जदयू का भाजपा के साथ गठबंधन है।