मिथिला हिन्दी न्यूज :- देश में 28 राज्य सह 8 केंद्र शासित प्रदेश होते हुऐ भी जब हमारे देश भारत मे जातीय जनगणना की बात आती है तो किसी राज्य का मुँह नहीं खुलता सिवा इसके बिहार के जी हाँ ये हमारा वही बिहार है जो कि सबसे अशिक्षित बेरोजगार गरीब और पिछड़े राज्य मे सबसे पहले आता हैं. परंतु इसी राज्य मे जब जातीय जनगणना की बात आती है तो नेवले और साँप की तरह रहने बाले पक्ष और विपक्ष पूरा प्रतिनिधिमण्डल प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से इस विषय पर वार्तालाप करने पहुँच जाते हैं.खैर छोडिऐ ये आवाश्यक अनावश्यक तो दूर की बात हो गई ..अब हम बात करते है यही पक्ष और विपक्ष राज्य के आपदा के समय प्रधानमंत्री से मिलने क्यों नहीं पहुँचता हैं जातीय जनगणना के सिवा भी और भी बहोत सारे समस्याऐ है जो कि केंद्र सरकार के बिना संभव नहीं..जब बजट पेश की गई तो बिहार को ऐक उचित बजट दिलाने के लिऐ पक्ष और विपक्ष ने चूँ तक नहीं निकाला..महाशय..!! विपक्ष की छोड़िऐ सताधारी भी कुछ नहीं बोलते हैं..