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सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आदापुर में परिवार नियोजन मेला का आयोजन

- मेले मे डॉ संतोष कुमार सिंह द्वारा हुआ 11 महिलाओं का बंध्याकरण

- महिलाओं की स्वास्थ्य जाँच के साथ हुआ दवाओं का वितरण

प्रिंस कुमार 

मोतिहारी 23 सितम्बर। देश मे लगातार बढ़ती जनसंख्या के प्रति महिलाओं को जागरूक करने व 
छोटा परिवार सुखी परिवार की महत्ता पर ज़ोर देते हुए, जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आदापुर में परिवार नियोजन मेला का आयोजन किया गया । मेला में उपस्थित लाभार्थियों के बीच परिवार नियोजन के बारे में डॉ, नर्सिंग स्टाफ द्वारा परामर्श के साथ साथ संसाधन भी उपलब्ध कराया गया। इस मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजेश साहनी ने बताया कि परिवार नियोजन स्वास्थ्य दिवस उत्साह के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम में परिवार नियोजन के तहत बंध्याकरण सहित परिवार नियोजन के संसाधनों का लाभ लेने बड़ी संख्या में महिलाएं स्वास्थ्य केन्द्रों पर पहुंचीं। मौके पर महिलाओं में खासा उत्साह देखा गया। परिवार नियोजन मेला मे डॉ संतोष कुमार सिंह के द्वारा 11 महिलाओं का बंध्याकरण किया गया। 

इस अवसर पर महिलाओं को कॉपर टी व अंतरा इंजेक्शन भी दी गई। जबकि दर्जनों महिलाओं को छाया गर्भनिरोधक दवा, माला डी, गर्भनिरोधक दवाएँ दी गई । साथ परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थाई साधनों की जानकारी दी गई। 

- आवश्यक दवाओँ का हुआ वितरण:

 स्वास्थ्य प्रबंधक डॉ रवि रंजन ने बताया कि जनसंख्या नियंत्रण में भागीदारी हेतु आशा कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर व्यापक प्रचार करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि बढ़ती जनसंख्या चिंता का विषय है। परिवार नियोजन के साधनों का उपयोग कर जनसंख्या को नियंत्रित किया जा सकता है। मौके पर स्वास्थ्य जाँच कर आयरन, फॉलिक एसिड, कैल्सियम के साथ अन्य आवश्यक दवाओँ का वितरण किया गया।

स्थायी व अस्थाई साधनों की दी जानकारी :

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजेश साहनी ने बताया परिवार नियोजन के स्थाई व अस्थाई साधनों की जानकारी स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा दी गई। 

•महिला नसबंदी एक स्थायी साधन है जिसे मात्र 15 मिनट में दक्ष चिकित्सक द्वारा किया जाता है या विधि प्रसव/ गर्भपात के 7 दिन के अंदर या 6 सप्ताह बाद अपनाया जा सकता है।
•कॉपर-टी एक अस्थायी विधि जिससे बच्चों के जन्म में अंतर रखा जा सकता है।कॉपर- टी विधि 10 वर्षों एवं 5 वर्षों के लिए अपनायी जा सकती है।कॉपर-टी निकलवाने के बाद प्रजनन क्षमता तुरंत वापस आ जाती है। 
•गर्भनिरोधक गोली माला-एन एक सुरक्षित हार्मोनल गोली है जिसे महिला को एक गोली प्रतिदिन लेनी होती है। माहवारी शुरू होने के 5 वें दिन से गोली की शुरुआत करनी चाहिए| स्तनपान कराने वाली महिलाओं को प्रसव के 6 माह तक इस गोली का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए|
• अंतरा एवं छाया दोनों परिवार नियोजन की नवीन अस्थायी विधियाँ हैं। अंतरा एक सुई है जो तीन माह तक प्रभावी रहती है। लंबे समय तक सुरक्षा के लिए हर तीन महीने में सुई लगवानी होती है| जबकि छाया एक गोली है जिसे सप्ताह में एक बार तीन महीने तक, फिर सप्ताह में केवल एक बार जब तक बच्चा न चाहें।

 - मिलती है प्रोत्साहन राशि:

केयर इंडिया के स्वास्थ्य प्रबंधक श्रीनारायण सिंह ने बताया नसबंदी कराने वाले लाभार्थी को 3000 रुपये और उत्प्रेरक को 400 रुपये दिए जाते हैं। इसी तरह प्रसव के तुरंत बाद बंध्याकरण कराने पर लाभार्थी महिला को 3000 रुपये और उत्प्रेरक को 400 रुपये देने का प्रावधान है। पीपीआईयूसीडी बंध्याकरण पर लाभार्थी को 2000 रुपये, एएनएम को 150 रुपये और आशा कार्यकर्ता को 150 रुपये दिए जाते हैं। इसी तरह सभी अन्य साधनों को अपनाने पर सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है। 

मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजेश साहनी, स्वास्थ्य प्रबंधक डॉ रवि रंजन, प्रखंड प्रबंधक केयर इंडिया के नारायण सिंह,फार्मासिस्ट शोएब राजा सहित एएनएम उषा कुमारी ,नूतन कुमारी, शोभा रानी जीएनएम प्रतिमा ,रिंकू,ईभा आशा फैसिलिटेटर ,आशा मौजूद थीं।

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