- डीटीसी के सभागार में हुई बैठक
- एसीएफ और डीबीटी पर सीडीओ ने की चर्चा
वैशाली। 22 सितंबर
डीटीसी सभागार में बुधवार को नवनियुक्त कॉम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमिताभ कुमार सिन्हा ने कहा कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्येश्य जिले के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर नवनियुक्त को टीबी के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराना एवं लक्षित टारगेट को पूरा करना है । प्रशिक्षण के दौरान एसीएमओ ने अपने टीबी पर किए गए कार्यों के अनुभवों को भी सुनाया। वहीं संचारी रोग पदाधिकारी सुनील केसरी ने बताया कि सभी सीएचओ को टीबी से संबंधित जानकारी उपलब्ध करायी गयी। उन्होंने बताया कि हरेक टीबी मरीजों का टीबी नोटिफिकेशन करना। निश्चय पोषण योजना के तहत लाभ उपलब्ध कराना जो कि 500 रूपये महीना है। ईलाज पूरा होने पर ट्रीटमेंट सर्पोटर को भी समुचित राशि दी जाती है। इस एक दिवसीय प्रशिक्षण में एचआइवी और को इंफेक्शन के बारे में भी चर्चा की गयी।
संचारी रोग की मिली जानकारी
जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सत्येन्द्र प्रसाद सिंह ने सीएचओ को एईएस, कालाजार, फाइलेरिया, डेंगू, चिकनगुनियां के बारे में विस्तृत जानकारी दी और कहा कि वैशाली एईएस प्रभावित जिला है। जिसमें समुचित जानकारी ही इसका बचाव है। वहीं गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ आरके साहु ने सभी सीएचओ को मधुमेह, ब्लड प्रेशर सहित अन्य बीमारियों पर चर्चा की। इसके अलावा एसीएमओ ने 2 सितंबर से 9 नवंबरतक विभिन्न चरणों में होरहे एसीएफ एवं डीबीटी के बारे में विस्तृत चर्चा की।
बेडाक्वीलीन दवा के बारे में भी हुई चर्चा
सीडीओ सुनील केसरी ने प्रशिक्षण के दौरान कहा कि एमडीए के मरीजों को दी जाने वाली बेडाक्वीलीन की दवा भी अब जिले में मौजूद है, पर यह दिए जाने से पहले मरीजों का स्वास्थ्य इतिहास जानना बहुत जरूरी है। वहीं बेडाक्वीलीन देने से पहले रोगियों का ईसीजी सहित कई अन्य तरह के साप्ताहिक और मंथली जांच होते हैं।
टीबी से संबंधित मुख्य लक्षण
दो सप्ताह या उससे अधिक की खांसी
भुख नहीं लगना
वजन में कमी
रात में पसीना आना
बलगम के साथ खून आना