मिथिला हिन्दी न्यूज :- ये द्वार जो आप अपनी मोबाइल स्क्रीन पर देख रहे हों ये किसी खंडहर भवन की द्वारा नहीं, ये बिहार विधालय परीक्षा समिती के हेड ऑफिस का मुख्य द्वारा हैं..जी हाँ वही बिहार विद्यालय परीक्षा समिती( बिहार बोर्ड )जो कि हर साल बिहार के करोड़ो युवाओ का भविष्य लिखता हैं.ये वही बिहार विद्यालय परीक्षा समिती है जो परीक्षा से 45 मिनट पहले प्रश्न पत्र आउट कराता हैं। और जब विपक्ष सवाल उठाता है तो परीक्षा रद्द कर दी जाती हैं.. खैर छोड़िऐ कोई फर्क पड़ने बाला तो है नहीं ये सब फालतू बाते हैं। अब बात करते है बोर्ड ऑफिस भवन की तो अंदर तो घूसने देते नहीं हैं ये लोग ,क्योंकि अंदर घुस गऐ तो जो भ्रष्टाचार होता है ,बोरा में कॉपी कसकर कबाड़ बाले के हाथो बेचा जाता है वो हम लोग देख लेेंगे..तो बात ये है कि अंदर तो हम नहीं जा सकते बाहर से ही बोर्ड ऑफिस का दीदार कराते हैं...यही वो मेन गेट है जहा से होकर प्रत्येक दिन ऐक IAS ऑफिसर गुजरता हैं..अब आप अंदाजा लगा सकते है जो बिहार विधालय परीक्षा समिती अपने गेट को नहीं बनवा सकता है।