मिथिला हिन्दी न्यूज :- बिहार में बक्सर जिले के इटाढ़ी थाने के के कुकुढा गांव में असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक विजयादशमी पर्व कुछ अलग ही ढंग से मनाया जाता है। दशहरा के 5वें दिन रावण दहन किया जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां श्रीराम के वन गमन की तिथि से रामलीला शुरू की जाती है। मान्यता है कि शरद पूर्णिमा के दिन ही रावण के पुतले का दहन किया जाए। कुकुढा में इस साल भी शरद पूर्णिमा पर रावण वध की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। पूर्णिमा पर आयोजित होने वाले इस रावण वध कार्यक्रम को देखने के लिए बहुत दूर-दूर से काफी संख्या में ग्रामीण यहां जुटते हैं. रावण वध कार्यक्रम के लिए यहां व्यापक प्रबंध किए जाते हैं. ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि आज भी वर्षों से चली आ रही परंपरा का निर्वहन किया जाता है. हर जगह दशहरा पर मेले का आयोजन कर रावण वध हो जाने के कारण कुकुढा में शरद पूर्णिमा को मेले के आयोजन व रावण वध देखने के लिए दूर दराज से भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है।