पप्पू कुमार पूर्वे
मधुबनी जिला के खजौली प्रखंड क्षेत्र के नरार पूर्वी निवासी संजय यादव की बुधवार को गोली मारकर हत्या कर दिए जाने से पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है।इस घटना से स्वजनों पर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा है। स्वजनों के क्रंदन एवं चित्कार से आसपास के लोग भी गम में डूबे हुए हैं। सभी लोग घटना की एक स्वर से निंदा कर रहे हैं। मृतक संजय यादव (38) की पत्नी अमृति देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। वे बेसुध सी हो गई है। उस पर विपत्तियों का पहाड़ टूट पड़ा है।
पति की हत्या के बाद अब उसे परिवार के जीवनयापन की चिंता भी सताने लगी है। बेसुध अवस्था में कहती है कि अब वे किसके सहारे जियेंगे। चार बेटी एवं एक बेटा का पालन-पोषण अब कैसे होगा। उनकी दो बड़ी पुत्री की शादी हो चुकी है, लेकिन दो छोटी पुत्री अभी अविवाहित ही है। अब इन दोनों अविवाहित पुत्रियों का घर बसाने का भार अचानक अमृति देवी व उनके इकलौते पुत्र के कंधों पर आ गया है। छोटी दो पुत्री अर्चना एवं मनीषा कभी मां से लिपटकर तो कभी दादी से लिपटकर फफक-फफक रो रही है। संजय का एकमात्र पुत्र लक्ष्मण जीविकोपार्जन के लिए बेंगलुरू में रहता है।
मृतक संजय के कंधों पर ही परिवार के सभी सदस्यों के जीवन निर्वहन का बोझ था। सबसे बड़ी पुत्री रीना कुमारी जो अभी मायके में ही है, वह भी चित्कार मारकर रो रही थी। कहती है अब मुझे प्यार से रीना बेटा कहकर कौन बुलाएगा। आसपास की महिलाओं की भीड़ मृतक संजय के घर जुटी थी। गांव की महिलाएं मृतक संजय यादव की पत्नी एवं बच्चों को सांत्वना दे रही थी और ढ़ांढ़स बढ़ा रही थी, लेकिन उनका क्रंदन थमने का नाम नहीं ले रहा था। आसपास के लोग मृतक संजय को साहसी एवं दिलेर बता रहे थे। घटना को लेकर लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। उनके दरवाजे पर आसपास की बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य लोग भी लगातार पहुंच रहे हैं।
बता दें कि अमृति देवी इस बार पंचायत चुनाव में वार्ड सदस्य पद की उम्मीदवार है। चुनाव से ठीक पहले उसके पति की हत्या कर दी गई है। कहा जाता है कि हत्या का कारण उसके पति द्वारा नशे के कारोबार का विरोध करना है। वहीं, इस घटना को चुनावी रंजिश के रूप में भी देखा जा रहा है। पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।