मिथिला हिन्दी न्यूज :- बिहार में बिजली के प्रीपेड मीटर लगाने की कवायद शुरू हो चुकी है। नीतीश सरकार के निर्देश पर अधिकारी प्रीपेड मीटर (Prepaid Electricity Meter) लगाने की रूपरेखा बनाने की तैयारी में जुट गए हैं। बता दें कि पोस्टपेड मीटर के स्थान पर बिजली के प्रीपेड (Prepaid Meter) लगाने का प्रमुख उद्देश्य बिजली की चोरी को रोकना और लाइन लॉस कम करना है। अधिकारियों का कहना है कि जनवरी 2022 से ही पूरे बिहार में प्रीपेड मीटर (Prepaid Smart Meter) लगाने की शुरुआत कर दी जाएगी। जबकि देशभर में प्रीपेड लगाने के लिए 2025 तक का लक्ष्य रखा गया है।बिहार में साल 2019 से ही बिजली उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा रहे हैं। एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) के माध्यम से शहरी उपभोक्ताओं के साथ ही कृषि और नल-जल योजना में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जा रहे हैं। अब तक 2.80 लाख मीटर लग चुके हैं। अगले साल जुलाई तक 23.5 लाख मीटर लगाने का लक्ष्य तय है। इसी कड़ी में तय किया गया कि सभी उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाया जाए। इसके लिए बिजली कंपनी ने विशेष योजना बनाई। राज्य सरकार की प्रस्तावित इस योजना के तहत स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाने वाली कंपनी को योजना लागत की लगभग 45 राशि दे दी जाएगी। इसके बाद बची 55 राशि आठ वर्षों की योजना अवधि में मासिक किस्तों के रूप में दी जाएगी।