नवादा से आलोक वर्मा की रिपोर्टर
नवादा : मैं शेखपुरा पंचायत में 20 वर्षों की अंधेरा में दीपक जलाने आयी हूँ और वादा नहीं विकास करने आयी हूँ । एक हीं परिवार के जो लोग विगत 20 वर्षों से छोटा शेखपुरा का मुखिया रहकर क्षेत्र में कोई भी विकास न कर सिर्फ दिखावा करके लोगों को दिग्भ्रमित करते आए है । उक्त बातें छोटा शेखपुरा के मुखिया प्रत्याशी नादरा खातून ने कहीं । उन्होंने कहा आज शेखपुरा पंचायत अपना अस्तित्व खोता जा रहा है। सात निश्यच योजना और मनरेगा के साथ-साथ सरकारी भावनों का निर्माण, इंदिरा आवास एवं सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से लोग वंचित है । युवा वर्ग, महिला उत्थान एवं किसानों के जरूरतों का कोई भी ख्याल नहीं रखा गया है । आज गलियों और नालियों की हालत बद से बदतर हो गया है । गालियां नालियों में तब्दील हो गया है और नालियों का पानी सीधा घरों में प्रवेश कर रहा है । कई परिवार घर छोड़कर दूसरे जगह जाकर रहने को विवश है । किसी प्रकार से पंचायत वासियों का ख्याल नहीं रखा गया है ।
उनके पति सामाजिक कार्यकर्ता अकबर हुसैन ने कहा हमें बहुत दुख होता है इस पंचायत की दशा को देखकर । मैं वैसे तो बिहार से बाहर रहकर सरकारी सेवा में था लेकिन जब सेवानिवृत्त हुआ तो मुझे लगा कि यहां जो वास्तविक विकास होना चाहिए था नहीं हो पाया आज भी इस पंचायत के लोग मूलभूत समस्याओं से जूझ रहा है । हमें हमेशा सामाजिक कार्यों और समाजसेवा लगाव रहा है । उन्होंने अपनी पत्नी को चुनाव में उतारा है जिनका चुनाव चिन्ह कलम दबात है । उन्होंने कहा कि बदलाव हीं विकास है । जबतक आप बदलिएगा नहीं तो आपको वास्तविक विकास संभव नहीं है । 20 वर्षों से अबतक पंचायत में कोई खास विकास नहीं दिखा । विकास कार्यों का बंदरबांट कर खानापूर्ति कर दिया गया है । ऊपर हीं ऊपर राशि निकाल लिया जाता है और धरातल पर कोई कार्य नहीं हो रहा है । उन्होंने अपने पंचायत क्षेत्र में सैकड़ों समर्थकों के साथ घूम- घूमकर अपने पक्ष में मतदान की अपील किया ।