मिथिला हिन्दी न्यूज पटना। बिहार के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज के कॉलेजों के 608 छात्रों के प्लेसमेंट होने की खुशी में राज्य के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि एक दौर था जब बिहार के बच्चे भारी बोझ लिए पढ़ाई करने दूसरे राज्यों में जाया करते थे. बिहार में उच्च शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर दिया गया था.
उस दौर में युवाओं का उज्ज्वल भविष्य कभी सरकार की प्राथमिकताओं में भी नहीं रही थी.
शिक्षा व्यवस्था में घोटाला और नौकरी में जबरदस्त धांधली का पर्याय बनकर रह गया था बिहार.
जब नीतीश कुमार जी की सरकार बनी तो राज्य का खजाना खाली था, व्यवस्था चौपट स्थिति में थी, लेकिन अपने दृढ़ संकल्प के बदौलत नीतीश जी ने बिहार को उस बीमारू दौर से निकाल आज समृद्धि और आत्मनिर्भरता की ओर बढता बिहार बनाया है.
आज बिहार में 38 इंजिनियरिंग कॉलेज एवं 44 पोलिटेक्निक संस्थानों के जरिए युवाओं को शिक्षित एवं सशक्त बनाने का काम किया जा रहा है.इसके साथ-साथ अब सभी छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात बड़ी कम्पनियों में रोजगार हेतु प्लेसमेंट भी दिया जा रहा है. इस संदर्भ में शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में अबतक कुल 608 छात्र-छात्राओं को प्लेसमेंट दिया गया. साथ ही रोजगार के अवसर को और व्यापक बनाने की दिशा में बिहार सरकार के विज्ञान एवं प्राद्यौगिकी विभाग की ओर से सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों के वर्ष 2020 एवं 2021 के पास छात्र-छात्राओं के लिए राज्य में रोजगार मेले का भी आयोजन किया जा रहा है.शिक्षा एवं रोजगार के क्षेत्र में बिहार की उपलब्धि का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिस राज्य में पहले एक ढंग का इंजीनियरिंग कॉलेज नहीं हुआ करता था उस राज्य में अब छात्र-छात्राओं को इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद 15 लाख का पैकेज दिया जा रहा है.
ऐतिहासिक रूप से प्रगति के पथ पर बढ़ता बिहार अब किसी कल्पना से परे अपनी पहचान स्थापित करने में सक्षम हो चला है.अपनी हुनर के बदौलत बिहार का नाम रौशन करने वाले छात्र-छात्राओं को उनकी सफलता के लिए हार्दिक बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं.