- छठ घाटों पर माइकिंग से कोविड के प्रति लोगों को किया जा रहा था जागरूक
- प्रवासियों पर था, स्वास्थ्य विभाग का विशेष ध्यान
- लोगों को जागरूक करते हुए दिखाई पड़े प्रशासन के लोग
मोतिहारी, 11 नवंबर। कोरोना काल मे महामारी से बचाव के लिए जिले के कई छठ घाटों पर स्वास्थ्य विभाग के साथ युवा समाजसेवियों द्वारा मास्क,सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई। वहीँ छठ घाटों के नजदीक टीकाकरण की भी व्यवस्था की गई। जिसमें देर शाम एवं सुबह में भी छठ घाटों के आस पास स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैम्प लगाकर कोविड से बचाव को टीकाकरण किया गया। टीकाकरण टीम के द्वारा लोगों को टीका लेने के लिए जागरूक किया जा रहा था। साथ ही टीकाकरण से वंचित प्रवासियों पर स्वास्थ्य विभाग की विशेष ध्यान देखी जा रही थी।
पूर्वी चम्पारण जिले को सुरक्षित रखने के उद्देश्य के साथ पूर्वी चम्पारण का जिला प्रशासन लोगों को कोविड के प्रति जागरूक करते हुए दिखाई पड़ा। जिले के डीएम शीर्षत कपिल अशोक, सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिले के विभिन्न स्थानों सहित मोतिहारी के रोइंग क्लब, गोपालपुर, श्रीकृष्ण नगर, गायत्री मंदिर के छठ घाटों के साथ कोविड टीकाकरण केन्द्रों का मुआयना करते हुए दिखाई दिए। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने जिलेवासियों से कोरोना गाइडलाइन के पालन के लिए अपील भी की । डीएम ने बताया कि तीसरी लहर से बचने के लिए कोविड टेस्टिंग की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने बताया कि कोविड प्रोटोकॉल पालन के साथ टीकाकरण बहुत जरूरी है। जिले के कई घाटों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड- 19 टीकाकरण के स्टाॅल लगाये गये है। जहां 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को कोविड-19 टीका की दोनों डोज लगायी जा रही है। वहीं एसडीएम व नगर इंस्पेक्टर विजय कुमार राय द्वारा भी छठ घाटों की व्यवस्था का लगातार निरीक्षण किया जाता रहा।
- सही तरीके से व स्वच्छ मास्क का करें उपयोग :
सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि साफ सुथरे मास्क का उपयोग करना चाहिए। एक ही सर्जिकल मास्क को कई दिनों तक इस्तेमाल न करें। सर्जिकल मास्क छह से आठ घंटे में बदलना चाहिए। खांसते-छीकते समय मास्क का इस्तेमाल अवश्य करना चाहिए।
- टीकाकरण के बाद भी पहनना है मास्क :
कोविड नियमों का सभी को पालन करना चाहिए। टीके की दोनों डोज लगने के बावजूद मास्क का इस्तेमाल अवश्य करें।
• यह कोविड-19 के साथ-साथ अन्य वायरस से भी बचाव करता है।
• टीबी की बैक्टीरिया से भी बचाव होता है।
• नाक और मुंह को धूल-मिट्टी से भी बचाता है।
• हर प्रकार के इंफेक्शन से बचाव करता है।