पंकज झा शास्त्री
माना जाता है ब्रह्मा जी के काया से हुई चित्रगुप्त महाराज की उत्पत्ति,चित्रगुप्त महाराज को देवलोक में धर्म का अधिकारी भी कहा जाता है। चित्रगुप्त पूजा का सनातन धर्म में विशेष महत्व है खासकर कैस्त समुदाय में यह अधीक महत्त्वपूर्ण माना जाता है। धार्मिक ग्रंथो के अनुसार चित्रगुप्त महाराज मनुष्य के पापों का लेखा जोखा करते हैं।इस दिन चित्रगुप्त महाराज की पूजा अर्चना करने से नरक की यातनाओं से मिलती है मुक्ति और सभी पापों का होता है नाश। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को चित्रगुप्त पूजा की जाती है। इस बार चित्रगुप्त पूजा का पावन पर्व 6 नवंबर 2021, शनिवार को है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार देवताओं के लेखपाल चित्रगुप्त महाराज मनुष्य के पापों का लेखा जोखा करते हैं। लेखन कार्य से भगवान चित्रगुप्त का जुड़ाव होने के कारण इस दिन कलम, दवात और बहीखातों की भी पूजा की जाती है।
इस दिन चित्रगुप्त महाराज की पूजा अर्चना करने से नरक की यातनाओं से मुक्ति मिलती है तथा सभी पाप नष्ट होते हैं।