मिथिला हिन्दी न्यूज :- जहरीली शराब से तबाह हुए कई परिवारों के लिए जीवन का सफर अब आसान नहीं रहा। कहीं टूटा घर बनाने का सपना तो कहीं बच्चों के भविष्य की चिंता पीड़ित परिवारों को विचलित कर रही हैं। बिहार के 23 परिवार ऐसे हैं, जिनके घर के चिराग बुझ गए. उनके घरों में अंधेरा छा गया है. आशंका है कि जहरीली शराब पीने से इन लोगों की मौत हुई है.मासूम बच्चे अभी अपने पिता का इंतजार कर रहे हैं, तो कहीं बूढ़ी आंखें अपने पोतों की मासूम भोली सूरत को देखते ही बरस रहीं हैं।मौत के जाम ने न सिर्फ पीने वाले को खत्म कर दिया, बल्कि उसके परिवार के हर उस व्यक्ति को जीते जी बेजान कर डाला जो सिर्फ उस पर ही निर्भर था। ग्राम उमाही में तबाह हुए परिवार बेबस होकर सिर्फ आंसू बहाए जा रहे हैं। गोपालगंज के महम्मदपुर दलित बस्ती की है, जहां जहरीली शराब से सूरज राम की मौत हो गई. मृतक सूरज राम मजदूरी कर परिवार का गुजारा करते थे. परिवार में पत्नी राजमती देवी के अलावे दो बेटे और एक बेटी अनिता कुमारी है. पत्नी राजमती देवी को अब परिवार का गुजारा भी करना है और बेटी अनिता की शादी भी करनी है. जहरीली शराब ने राजमती देवी का घर ही उजाड़ दिया. अब कमाने वाले पति नहीं रहे ऐसे में सारी जिम्मेदारी अब उन पर ही आ गई है। अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं गोपालगंज में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. जबकि बेतिया में 10 लोगों की संदिग्ध मौत होने से इलाके में सनसनी मच गई है।