मिथिला हिन्दी न्यूज :- हिंदू धर्म में तुलसी विवाह का विशेष महत्व माना जाता है। हिंदी पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की एकादशी को तुलसी विवाह किया जाता है। इस दिन को एक पर्व के समान मनाया जाता है।आपको बता दें एकादशी तिथि 15 नवंबर को सुबह 06 बजकर 29 मिनट तक रहेगी। इसके बाद द्वादशी तिथि शुरू हो जाएगी। तुलसी विवाह 15 नवंबर, दिन सोमवार को किया जाएगा। द्वादशी तिथि 15 नवंबर को सुबह 06 बजकर 39 मिनट से प्रारंभ होगी, जो कि 16 नवंबर को सुबह 08 बजकर 01 मिनट तक रहेगी।तुलसी विवाह का आयोजन करना अत्यंत मंगलकारी और शुभ माना जाता है. कहते हैं कि देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु को तुलसी दल अर्पित करने और शालीग्राम के साथ तुलसी विवाह कराने से सभी कष्टों का निवारण होता है और भक्त को श्री हरि की विशेष कृपा प्राप्त होती है।