कार्तिक मास, शुक्ल पक्ष नवमी जो अक्षय नवमी के नाम से जाना जाता है इस बार अक्षय नवमी मिथिला क्षेत्रीय पंचांग अनुसार 13/11/2021, शनिवार को मनाई जा रही है।
इस दिन आंवला के वृक्ष की पूजा करने से व्यक्ति के सभी पापों का नाश होता है। लक्ष्मीनारायण की अपार कृपा से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आंवले का पेड़ भगवान विष्णु को प्रिय है, क्योंकि इसमें लक्ष्मी का वास होता है। इसलिए इसकी पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है। इस दिन गुप्त दान करना शुभ माना जाता है। आंवले के पेड़ के नीचे भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।
दीया जलाया जाता है, परिक्रमा कर रक्षा सूत्र बांधा जाता है। इस दिन पेड़ के नीचे बैठकर खाना खाने से अच्छा फल मिलता हैं। ये तिथि बहुत ही शुभ होती है। इसलिए इस दिन कई शुभ काम शुरू किये जाते हैं।इस दिन दान पुण्य का महत्व सूर्यग्रहण, चंद्रग्रहण के समय कुरुक्षेत्र में तुलादान करने के समान है।
अपने आर्थिक स्थिति में सुधार हेतु आंवले मूल (जड़) के पास बैठकर कनकधारा स्तोत्र का पाठ अवश्य करना चाहिए।